लुधियाना : शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त और 90 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने जब अपने सियासी उतराधिकारी पुत्र सुखबीर बादल को कांग्रेसी मुख्यमंत्री सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ समेत नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा घिरे देखते हुए सुखबीर के बचाव में स्वयं उतर आएं।
पंजाब पुलिस द्वारा सुखबीर सिंह बादल-बिक्रम सिंह मजीठिया समेत सैकड़ो अकाली नेताओं पर दर्ज किए गए पुलिस केस बनने पर तिव्रतम टिप्पणी करते हुए कहा है कि इससे क्या फर्क पडता है।
उन्होंने कहा कि जुल्म, जब्र और बेइंसाफी से ही हमारे गुरू साहिबॉन लड़ते आए है , उन्होंने यह भी कहा कि उनके दर्शाए पदचिन्हों पर चलते हुए अकाली दल चाहे जुल्म खुद के साथ हो या किसी अन्य के साथ हो, हमेशा डटकर उसका मुकाबला करता रहा है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेसियों द्वारा किए जा रहे जुल्म के खिलाफ लडऩा अकाली दल के नेताओं का फर्ज है। उन्होंने स्वयं ही इसका जवाब देते हुए आगे कहा, हम लोगों को मुगल-अंगे्रज नहीं दबा सके तो यह किस बाग की मूली है।
लुधियाना में पत्रकारों से बातचीत में सीनियर बादल ने कहा कि लोकतंत्र भारत की विश्व में मानी हुई है। हमारे यहां पर सरकार मतदान से होती है। लेकिन दुख की बात है मयूंसिपल कमेटी के ड्रामा ही होकर रह गए है। कभी सुनते थे कि बिहार में नाम के ही चुनाव होते है। आज सरकार ने नामीनेशन के समय ही ऐसा कर दिया है। आगे क्या होगा।
उन्होंने कहा कि अब बिहार में तो ऐसा नहीं होता लेकिन पंजाब में कांग्रेस सरकार उसी तर्ज पर चल रही है। कभी माफी नहीं मांगी। कांगे्रस को सिखों पर हुए हमलों के लिए माफी मांगने बारे बादल ने कहा कि कुछ ऐसे जुर्म होते है जोकि माफी से भी नहीं पूरे होते। कुछ लालची होते है जो ओहदे व लालच लेकर चुप हो जाते है। जिस पार्टी ने श्री हरिमंदिर साहिब पर हमला किया, वहां पर ऐसा किया तो उसे इतिहास तक नहीं माफ कर सकता। बादल ने फिर दोहराया कि मैं लोकल बाडी इलेक्शन में प्रचार के लिए नहीं जाउंगा। यह कोई चुनाव नहीं।
अभी नामिनेशन की पहली स्टेज है, अब आगे इनके रिर्टर्निंग अधिकारी जो मर्जी कर दें। खुलकर गुंडागर्दी की है। वीडियो में पुलिस भी कुछ नहीं कह रही। बल्कि कह रही है बहुत कर लिया, बस करो। पुलिस अफसर मिले हुए है। जिसे मर्जी जीता हुआ घोषित कर दे। अकाली दल का इतिहास है, हम मायूस नहीं। केस बना ले, कुछ कर लें, जेलों में डाल दे। उन्होंने पार्टी की रणनीति के बारे में कहा कि प्रदेश से गुंडागर्दी रोकने के लिए हर गांव में दस वालंटियर्स तैयार करेंगे। यह बेइंसाफी के खिलाफ लडेंगे। पंजाब नहंी बल्कि दूसरे राज्यों में भी जाकर मदद करेंगे।
उन्होंने कहा कि टकसाली अकाली की कद्र हमेशा होगी और होनी चाहिए। ऐसे हालात हुए तो सरकार ऐसे करें तो सरकार के खिलाफ तगडे होकर विरोध करने की जरूरत है। लोकल बाडी के चुनाव में अब पारदर्शिता की उममीद नहीं बची है। पुलिस की मिलीभगत से अब वह और भी चुनाव में कुछ भी कर सकते है। दर्ज केसों के बारे में उन्होंने कहा कि पंजाबियों को मुगल-अंगे्रज नहीं दबा सके तो यह किस बाग की मूली है। उन्होंने कहा कि चुनाव पारदर्शी ढंग से होने चाहिए। दुनिया में हिंदूस्तान की लोकतंत्र का नाम है। अपने मुल्क का नाम क्यों बदनाम कर रहे है। पंजाब में हुई आतंकी घटनाओं में पकड़े गए लोगों व इसमें विदेशी संबंधों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि इसबारे में वह कुछ नहीं कह सकते और न ही मुझे कुछ पता है। लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
– सुनीलराय कामरेड