देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में पश्चिम बंगाल की नौ सीटों के लिए मतदान शनिवार सुबह शुरू हो गया। इस बीच, संदेशखाली और भांगर सहित कई इलाकों से चुनावी हिंसा की खबरें भी मिल रही हैं। बसीरहाट लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले संदेशखाली में शुक्रवार रात शुरू हुई हिंसा आज सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के बाद भी जारी थी। वहां कल रात महिलाओं ने सड़कों पर निकलकर हाथों में डंडे और झाड़ू लेकर प्रदर्शन किये। उनका आरोप था कि तृणमूल कांग्रेस के नेता राज्य पुलिस के साथ आकर उन्हें धमकी दे रहे हैं और इसके पीछे जेल में बंद निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के गुंडों का हाथ है।
वहीं, पुलिस ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि तनाव तब शुरू हुआ जब भाजपा के कुछ स्थानीय समर्थकों ने कुछ स्वयंसेवियों की पिटाई कर दी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी और भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने संदेशखाली में प्रदर्शन कर रही महिलाओं के वीडियो साझा किये हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मतदाताओं को धमकाने के लिए पार्टी के गुंडों और राज्य पुलिस को खुली छूट देने का आरोप लगाया। जादवपुर लोकसभा क्षेत्र के भांगर में आज सुबह मतदान शुरू होते ही एक मतदान केंद्र के सामने तृणमूल कांग्रेस और ऑल इंडिया सेकुलर फ्रंट के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये।
AISF की एक महिला कार्यकर्ता के सिर में चोट लगी है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने AISF उम्मीदवार नूर आलम खान के वाहन पर हमला किया था। राज्य की जिन नौ लोकसभा सीटों पर आज मतदान हो रहा है, उनमें कोलकाता जिले में कोलकाता-दक्षिण और कोलकाता-उत्तर; दक्षिण 24 परगना जिले में जादवपुर, जयनगर, मथुरापुर और डायमंड हार्बर; तथा उत्तर 24 परगना जिले में बसीरहाट, बारासात और दमदम शामिल हैं।
कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में डायमंड हार्बर से तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, संदेशखाली महिला आंदोलन का चेहरा और भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा बसीरहाट से और दमदम से माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती की किस्मत का फैसला आज के मतदान से होना है। राज्य में मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। आखिरी चरण के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों की 1,020 कंपनियों को तैनात किया गया है। कुल 1,960 क्यूआरटी की भी तैनाती की गई है।