संसद का लोकसभा सत्र जारी है और ऐसे में विपक्ष के द्वारा मोदी सरकार को जमकर घेरा जा रहा है। और इन सब के बीच आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस के एक सांसद की टिप्पणी पर कहा कि बिना तथ्यों और सबूत के आरोप नहीं लगाये जाने चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा केंद्रित रहनी चाहिए, ना कि किसी एक व्यक्ति पर।
जेपीसी जांच कराने के लिए विपक्षी दल की मांग
चर्चा में भाग लेते हुए तेलंगाना से कांग्रेस के सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी ने अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे का उल्लेख किया और इस संबंध में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर जेपीसी जांच या उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच कराने की विपक्षी दल की मांग दोहराई। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अडाणी की तरफदारी की है। इस पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि सांसद को बिना साक्ष्यों के आरोप नहीं लगाने चाहिए। बिरला ने कहा, ‘‘आप बिना तथ्यों और साक्ष्य के बोल रहे हैं। आपको सदन की गरिमा बनाकर रखनी चाहिए।
आरोप लगाने पर साक्ष्य की जरूरत
ओम बिरला ने कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन हम यहां केवल एक व्यक्ति के बारे में बात कर रहे हैं। आपको यह अच्छा लग सकता है, लेकिन देश को यह पसंद नहीं आ रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आलोचना और आरोप के बीच अंतर है। आपको आलोचना करनी चाहिए, लेकिन यदि आप आरोप लगा रहे हैं तो साक्ष्य होने चाहिए।’’
मंगलवार को सदन में हुई चर्चा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया था कि 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से अडाणी की संपत्ति कई गुना बढ़ गयी। अन्य विपक्षी सदस्यों ने भी चर्चा में अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे का जिक्र किया।