भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी जी की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ। समर्पण भाव से संविधान प्रदत्त ज़िम्मेदारियाँ निभाते हुए देशहित में किये गए कार्यों के लिए मुखर्जी जी का जीवन हम सब के लिए सदैव अनुकरणीय रहेगा।#pranabmukherjee pic.twitter.com/g9uBnsch9S
— Om Birla (@ombirlakota) December 11, 2020
प्रणब मुखर्जी का जन्म 11 दिसम्बर 1935 पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले में किरनाहर शहर के निकट स्थित मिराती गाँव में एक ब्राह्मण परिवार में कामदा किंकर मुखर्जी और राजलक्ष्मी मुखर्जी के यहाँ हुआ था। उनके पिता 1920 से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय होने के साथ पश्चिम बंगाल विधान परिषद में 1952 से 64 तक सदस्य और वीरभूम (पश्चिम बंगाल) जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके थे। उनके पिता एक सम्मानित स्वतन्त्रता सेनानी थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन की खिलाफत के परिणामस्वरूप 10 वर्षो से अधिक जेल की सजा भी काटी थी। भारत की आज़ादी के संघर्ष में उन्होंने एक अहम भूमिका निभाई।