पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा यहां आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाने वाले प्रदर्शनकारियों का एक वीडियो सामने आया है। इस घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
नारेबाजी में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य में इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे, जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस नारेबाजी में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। वीडियो में दिख रहा है कि जब हिरासत में लिये गये पीएफआई कार्यकर्ताओं को पुलिस वाहन में ले जाया जा रहा था, तब यह नारा कई बार लगाया गया।
पुणे पीएफआई कार्यकर्ताओं ने छापेमारी के विरोध में जिलाधिकारी परिसर के बाहर किया था प्रदर्शन
इस घटना के बाद महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं ने इस तरह की नारेबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पुणे पुलिस ने कहा है कि वे इसकी जांच कर रहे हैं। पीएफआई के ठिकानों पर देशभर में हुई छापेमारी के विरोध में संगठन ने पुणे शहर में शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था।
प्रदर्शन के दौरान पीएफआई कार्यकर्ताओं ने लगाए थे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
इस दौरान पुलिस ने लगभग 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। पुलिस द्वारा वाहन में बैठाते समय प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर “पाकिस्तान जिंदाबाद” ने नारे लगाए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस घटना के बाबत पूछे जाने पर पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है। पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल ने कहा, “हमने अवैध रूप से प्रदर्शन करने के लिए पीएफआई सदस्यों के खिलाफ पहले से ही मामला दर्ज कर लिया है और हम नारेबाजी के मामले की जांच कर रहे हैं।”
पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले बख्शा नहीं जाएगा
इस बीच भाजपा के विधायक नितेश राणे ने ट्विटर पर कहा कि जिन्होंने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। राणे ने कहा, ‘‘पुणे में पीएफआई के समर्थन में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाले सभी लोगें को चुन चुनकर मारेंगे…इतना याद रखना। पीएफआई को प्रतिबंधित करो।’’ भाजपा के एक अन्य विधायक राम सतपुते ने भी नारे लगाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की।