देशभर में आज धूमधाम से महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है। आज सुबह से ही मंदिरों में भगवान शिव की आराधना के बम-बम भोले के जयकारे लगाए जा रहे है। सुबह से ही शिव मंदिरों में श्रद्धालु का तांता लगा हुआ है। लोग लंबी-लंबी कतारों में मंदिरों के बाहर खड़े है।
हिंदू धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव के प्राकट्य उत्सव के रूप में फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस महाशिरात्रि पर शुभ योग बन रहा है। ऐसा इस वजह से क्योंकि इस बार शनि और चंद्र मकर राशि में रहेंगे। वहीं गुरू धनु राशि में,जबकि बुध कुंभ राशि में और शुक्र मीन राशि में रहेंगे।
इस बीच खास बात यह भी है कि इससे पहले ये योग 59 साल पहले साल 1961 में बना था। ज्योतिषों की मानें तो इस दिन सर्वार्थसिद्घि योग भी बन रहा है। इस योग का साधना-सिद्धि के लिए विशेष महत्व है।
आज के दिन लोग पूरे विधि-विधान के साथ भगवान शिव की पूजा करते है। वैसे तो शिवरात्रि हर महीने के कृष्णपक्ष चतुर्दशी पर आती है। लेकिन जो शिवरात्रि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को आती है उसे महाशिवरात्रि कहते हैं और इसका महत्व बहुत माना गया है।
मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह इस दिन हुआ था। भगवान शिव की पूजा-अर्चना इस दिन भक्त करते हैं साथ ही वह व्रत भी रखते हैं।