आज महाशिवरात्रि का मुख्य पर्व के दिन देश के अलग हिस्सों में भक्तों का भगवान शिव के मंदिरों में हुजूम लगा हुआ है। सुबह से ही मंदिरो में हर-हर महादेव के जयकारे लग रहे है। सोमवार के स्वामी चंद्र, बाबा सोमनाथ का दुर्लभ संयोग शिव योग महापर्व को खास बनाएगा। बाबा शिव की कृपा के साथ चंद्र देव की शीतलता भी बरसेगी।
मंदिरों में शनिवार से ही तैयारियां तेज हो गई हैं। योग सोमवार को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शुरू : फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को बाबा भोले को मनाने को भक्त आतुर हैं। महाशिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। वहीं प्रयागराज में चल रहे कुंभ में आज महाशिवरात्रि का मुख्य स्नान पर्व है। इसी कारण संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्घालुओं की भीड़ रात से ही आनी शुरू हो गई है।
कुंभ मेलाािकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि मेले के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर मेला प्रशासन संगम क्षेत्र पर खास यान दे रहा है। सारी व्यवस्थाएं चुस्त- दुरुस्त की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि स्नान के लिए यहां 41 घाटों पर व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया एक करोड़ से अधिक श्रद्घालु आखिरी स्नान पर डुबकी लगाने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए 450 अतिरिक्त जवान महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में तैनात किए गए हैं। 2 अतिरिक्त पाìकग गंगा पार सेक्टर-16 और 17 में बनाई गई है। जिससे आने जाने वालों को परेशानी ना हो।
मेला डीआईजी केपी सिह ने बताया कि महाशिवरात्रि का स्नान होने के कारण घाटों पर पैरामिल्रिटी के अलावा पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। जल पुलिस के गोताखोर लगातार निगरानी कर रहे हैं। साथ ही एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात कर दी गई हैं।