पुणे : उप – राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज यहां कहा कि कृषि को सतत एवं लाभदायक बनाना केंद्रीय और राज्य सरकारों दोनों के एजेंडे में शीर्ष पर होना रखना चाहिए क्योंकि खाद्य सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण नींव है। वह वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान में कृषि पर दो दिवसीय राष्ट्रीय परामर्श के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों ने हमारे देश को अनाज के निर्यातक के रूप में बदलने में काफी योगदान दिया है और हम उनके रिणी हैं। नायडू ने कहा , ‘‘ किसान खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं वहीं हमारे सशस्त्र बल देश की रक्षा कर रहे हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने पेशेवर उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों का प्रदर्शन किया है। हम समर्पण की उनकी भावना को सलाम करते हैं और जय जवान कहते हैं !’’ नायडू ने वैज्ञानिकों के योगदान की भी चर्चा की।
उन्होंने कहा , ‘‘ इन तीन खंभों का अनादर या उपेक्षा या अनदेखी देश के हित में नहीं है। ’’ उन्होंने कहा कि कृषि को व्यवहार्य बनाने और किसानों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए एक बहुपक्षीय रणनीति अपनाने की जरूरत है। उपराष्ट्रपति नायडू ने बारामती में कृषि विज्ञान केंद्र का भी दौरा किया। उन्होंने देश में कृषि अनुसंधान केंद्रों के लिए बारामाती को मॉडल बताते हुए कहा कि कृषि विज्ञान केंद्रों को ज्ञान और नवीनतम तकनीक मुहैया कराने में वैज्ञानिकों और किसानों के बीच पुल के रूप में कार्य करना चाहिए। नायडू ने पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और राकांपा प्रमुख शरद पवार के प्रयासों की सराहना की जो इस अवसर पर उपस्थित थे।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यह क्लिक करे।