सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को उनकी "मोदी सरनेम" टिप्पणी के लिए दो साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर सूरत की एक अदालत द्वारा राहुल गांधी को दो साल कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि यह सब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष (राहुल गांधी) को संसद से बाहर रखने का प्रयास है क्योंकि वह सच बोलते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस इस सरकार से सवाल पूछते रहेंगे और जनता की आवाज उठाते रहेंगे। खरगे ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘माटी के लाल’ के विमोचन के मौके पर कहा, ‘‘राहुल जी पर गुजरात में जो कार्यवाही हुई है, उसके खिलाफ हम ऊपरी अदालत में अपील करेंगे, लेकिन न तो डरेंगे न पीछे हटेंगे। हम हर हाल में इस सरकार के कुकर्मों का पर्दाफाश करते रहेंगे।’’
हम कानून और न्यायपालिका में विलेश्वास रखने
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इस मामले में कुछ नहीं है, लेकिन सच बोलने के लिए वो (सरकार) राहुलजी को संसद से बाहर रखने के लिए ये सारे तरीके तलाश रहे हैं। ये सब डराने के लिए किया जा रहा है।’’ इससे पहले, खरगे ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहले न्यायाधीशों को बदला गया….हमको पहले से अंदाजा लग रहा था, लेकिन हम कानून और न्यायपालिका में विलेश्वास रखने वाला हैं और कानून के तहत लड़ेंगे।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कायर, तानाशाह भाजपा सरकार राहुल गांधी और विपक्ष से तिलमिलाई हुई है, क्योंकि हम उनके काले कारनामों को उजागर कर रहे हैं। जेपीसी की मांग कर रहे हैं। राजनीतिक दिवालियेपन की शिकार मोदी सरकार, ईडी, पुलिस भेजती है। राजनीतिक भाषणों पर केस थोपती है।’’
प्रधानमंत्री के एक बयान का उल्लेख करते हुए कहा
उन्होंने कहा, ‘‘हम उच्च न्यायालय में अपील करेंगे।’’ पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में खरगे ने दावा किया, ‘‘हम गांधी टोपी वाले लोग हैं...मोदी साहब के सिर पर काली छतरी रहती है। काली छतरी के नीचे सब काले धंधे वाले लोग रहते हैं।’’ उन्होंने रिमोट कंट्रोल संबंधी प्रधानमंत्री के एक बयान का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी जो बयान देते हैं, वह उनको शोभा नहीं देता है...प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि मेरा रिमोट कंट्रोल कहीं ओर है। मैं उनसे पूछता हूं कि नड्डाजी का रिमोट कंट्रोल किसके पास है।’’