पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी राज्य सत्र की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कवायद में जुटीं है। पार्टी विस्तार की इस नीति के साथ अन्य राज्यों का दौरा कर रहीं ममता बनर्जी ने बीते दिन खुलकर देश की बड़ी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी की।
मुंबई दौरे पर पहुंची ममता ने बुधवार को कहा बिना नाम लिए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि यूपीए क्या है? अभी यूपीए नहीं है। ममता बनर्जी के इस बयान पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने उन्हें (टीएमसी) विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों में शामिल करने की कोशिश की है जहां कांग्रेस ने अपना नाम बनाया है। विपक्ष आपस में बंटकर न लड़े, हमें मिलकर बीजेपी से लड़ना है।
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ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि ‘‘अब यूपीए जैसा कुछ नहीं है’’ और ‘ज्यादातर समय’ विदेश में रह कर कोई कुछ भी हासिल नहीं कर सकता है, इसीलिए हमें कई दूसरे राज्यों में जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि देश में फासिज्म चल रहा है इसलिए एक वैकल्पिक ताकत बननी चाहिए। अकेले रहने से नहीं होगा।
उन्होंने कांग्रेस की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर कोई लड़ते नहीं हैं तो हम क्या करेंगे? वैकल्पिक ताकत की बात होनी चाहिए। यूपीए क्या? अभी यूपीए नहीं है। ममता के इस बयान पर कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी की सोची-समझी साज़िश है कि शरद पवार और अन्य नेताओं को लाएं और यह दिखाए कि कांग्रेस और यूपीए से अलग एक फोर्स तैयार हो गया है।