कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार का बजट भारतीय जनता पार्टी पर जनता के लगातार गिरते विश्वास का सबूत है तथा इसे सिर्फ चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बजट में महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के संदर्भ में कोई समाधान ढूंढने का प्रयास नहीं हुआ है।
खड़गे ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी सरकार का बजट भाजपा के प्रति जनता के लगातार गिरते विश्वास का सबूत है ! ये केवल चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया गया बजट है, देश को ध्यान में रखकर नहीं ! इस बजट में भयंकर बेरोज़गारी का हल ढूंढ़ने की कोई भी कोशिश नहीं की गई है !’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर घर महंगाई है, आम इंसान की आफ़त आई है ! बजट में ऐसा कुछ नहीं है जिससे रोज़मर्रा की वस्तुओं के दामों में कोई भी कमी आये ! आटा, दाल, दूध, रसोई गैस - सबका दाम बढ़ाकर मोदी सरकार ने देश को लूटा है !’’
कांग्रेस अध्यक्ष का कहना था, ‘‘इस बजट में दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए कुछ भी नहीं है। उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए एक भी क़दम नहीं उठाया गया है। मनरेगा का बजट 38,468 करोड़ रुपये कम कर दिया। तो ग़रीबों का क्या होगा ? शिक्षा और स्वास्थ्य बजट में कोई वृद्धि नहीं है। कमी है।’’ खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की लगातार अनदेखी कर रही है। उन्होंने यह सवाल भी किया, ‘‘किसान विरोधी, नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं दिया है ! 2022 में किसानों की आय डबल करने का वादा किया था, उसको पूरा क्यों नहीं किया ? एमएसपी गारंटी कहां है ?’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘बैंकिंग क्षेत्र को मोदी सरकार ने बर्बाद कर दिया है। भगौड़े देश लूट कर भाग गए हैं ! 3 लाख करोड़ रूपये के इरादतन चकूकर्ता हैं। बैंकों पर 36 लाख करोड़ का एनपीए है। पर बजट में कोई उपाय नहीं बताया गया है !एसबीआई और एलआईसी को जो जोखिम में डाला जा रहा है, उस पर एक शब्द नहीं है।’’ खड़गे ने दावा किया, ‘‘कुल-मिलाकर मोदी सरकार ने — देश की जनता का जीवन दुश्वार किया है। देश की अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंचाई है। देश की संपत्ति को लूटने के अलावा मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया है। इस बजट को ‘नाम बड़े और दर्शन छोटे बजट’ कहेंगे।’’