पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को राम मंदिर उद्घाटन के प्रचार में पूरी तकत झोंकने को लेकर भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में लाभ पाने के लिए जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं।
मैं त्योहारों में विश्वास करती हूं, क्योंकि त्योहार एकता की बात करते हैं – ममता
ममता ने कहा, "कुछ लोग मुझसे इस आयोजन पर मेरे रुख के बारे में सवाल कर रहे हैं। मैं केवल इतना ही कह सकती हूं कि मुझे और भी महत्वपूर्ण काम करने हैं। सबका अपना-अपना धर्म और त्योहार है। मैं त्योहारों में विश्वास करती हूं, क्योंकि त्योहार एकता की बात करते हैं।
भाजपा को जो कुछ भी करना है करने दीजिए, जैसे भी प्रचार करें, करने दीजिए – ममता बनर्जी
मंगलवार को दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "उन्हें (भाजपा को) जो कुछ भी करना है करने दीजिए, जैसे भी प्रचार करें, करने दीजिए। लेकिन आप निश्चित रूप से अन्य धर्मों के लोगों को नजरअंदाज नहीं कर सकते।"
पश्चिम बंगाल में धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोई कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी – ममता बनर्जी
उन्होंने कहा कि जब तक तृणमूल कांग्रेस है, तब तक पश्चिम बंगाल में धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोई कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों को तैनात करने का एक बड़ा कारण एनआरसी और सीएए के खिलाफ तृणमूल का लगातार विरोध प्रदर्शन है।
जानिए ! सीएम ममता ने एनआरसी और सीएए को लेकर क्या कहा ?
मुख्यमंत्री ने कहा, "एनआरसी और सीएए पर हमारे रुख के लिए हमारे लोगों को यातना और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। वे (भाजपा) जब्ती सूची पेश किए बिना ही चीजें उठाकर ले जा रहे हैं।"
उन्होंने पिछली वाम मोर्चा सरकार, खासकर सीपीआई-एम पर भी हमला बोला।
ममता ने कहा, "सीपीआई-एम ने 34 वर्षों तक राज्य पर शासन किया। उन्होंने उस दौरान बहुत से लोगों की हत्या की है। उन्होंने जबरन कृषि भूमि पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। इसलिए उनके साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।"