पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी बुधवार को दिल्ली में होने वाली सर्वदलीय बैठक में नहीं लेंगी। ममता बनर्जी ने संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी को पत्र लिखकर कहा है कि वह इस बैठक में भाग नहीं ले पाएंगी क्योंकि उनका मानना है कि एक देश एक चुनाव का मुद्दा बहुत गंभीर और संवेदनशील है तथा इतने कम समय में सभी दलों की बैठक बुलाकर इस मसले के साथ न्याय नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि इस मसले पर संवैधानिक तथा चुनाव विशेषज्ञों के साथ व्यापक विचार विमर्श पहले करने की जरुरत है। उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहेंगी कि इस बैठक के लिए पहले एक श्वेत पत्र जारी किया जाएगा। जिसमें सभी राजनीतिक दलों के विचार उसमें शामिल हो और इसके लिए उन्हें पर्याप्त समय दिया जाए।
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अगर आप ऐसा करेंगे तो हम इस मुद्दे पर ठोस सुझाव आपको देंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल शाम सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है जिसमें लोकसभा और विधानसभा के चुनाव को एक साथ कराने के बारे में विचार विमर्श के अलावा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समापन समारोह के बारे में भी विचार किया जाएगा।
ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहे टकराव को देखते हुए यह माना जा रहा है कि सर्वदलीय बैठक में ममता बनर्जी की अनुपस्थित इस बात का सूचक है कि अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी अनबन जारी है।