पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को यहां कहा कि पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (ईजेडसी) की बैठक में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) या एनआरसी पर चर्चा नहीं हुई लेकिन उन्होंने दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाया।
बनर्जी ने दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा पर चिंता जताई जिनमें अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है और कहा कि ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए जिससे स्थिति अब और न बिगड़े।
उन्होंने बैठक में कहा, “दिल्ली में जो हुआ उससे मैं बेहद दुखी हूं। एक पुलिस कांस्टेबल और एक आईबी कर्मचारी भी मारे गए। दिल्ली में शांति अवश्य ही बहाल होनी चाहिए।”
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा दिए गए दोपहर के भोज के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि बैठक में सीएए या एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई क्योंकि यह एजेंडे में नहीं था।
उन्होंने कहा, “न उन्होंने मुद्दा उठाया न मैंने। यह एजेंडे में भी नहीं था। यह बैठक उसके लिये नहीं था।”
पटनाइक द्वारा अपने आधिकारिक आवास पर दिये गए भोज में उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली दंगों के मद्देनजर मांगे जा रहे शाह के इस्तीफे का वह समर्थन करेंगे, बनर्जी ने कहा, “पहले समस्या का समाधान होना चाहिए और उसके बाद हम राजनीति पर चर्चा करेंगे।”
बैठक में ममता बनर्जी ने केंद्र द्वारा कथित तौर पर उनके राज्य की अनदेखी किये जाने का मुद्दा भी उठाया।