Manipur : पहले मानवी हिंसा और अब कुदरती तबाही से जूझ रहा मणिपुर

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Manipur : मणिपुर की हालात सुधरने का नाम नहीं ले रही है। पहले हिंसा से लोग लड़ रहे थे और अब कुदरत की मार झेल रहे हैं। हालांकि, चक्रवात रेमल की वजह से पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्य प्रभावित हुए हैं। मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, असम और मेघालय में तबाही जैसे मंजर हैं। मणिपुर की इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।

Highlight :

  • मणिपुर में बाढ़
  • कई लोगों की गई जान
  • 86 इलाकों में बाढ़ आने की सूचना

कई लोगों की गई जान

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इंफाल नदी के उफान पर होने से कई इलाकों में पानी भर गया है और सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। इसके बाद इलाके के लोगों ने कम्युनिटी हॉल में शरण ली है।अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को सेनापति जिले के थोंगलांग रोड पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 34 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। वहीं 83 वर्षीय एक महिला उफनती सेनापति नदी में डूब गई। उन्होंने बताया कि इंफाल में बुधवार को 75 वर्षीय एक व्यक्ति बारिश के दौरान बिजली के खंभे के संपर्क में आ गया और करंट लगने से उसकी मौत हो गई।

86 इलाकों में बाढ़ आने की सूचना

अधिकारियों ने बताया कि नम्बुल नदी के उफान पर होने के कारण इंफाल पश्चिम जिले के कम से कम 86 इलाकों में बाढ़ आने की सूचना है, जिनमें खुमान लम्पक, नगरम, सागोलबंद, उरीपोक, केसामथोंग और पाओना इलाके शामिल हैं। एक अधिकारी ने कहा, पूर्वी इंफाल जिले के हिंगांग और खुरई क्षेत्र के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों में बाढ़ का पानी लोगों के सीने के स्तर पर पहुंच गया है।

मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, कई इलाकों में नदी के किनारे के बांध टूटने के कारण नागरिक और पशु प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार के अधिकारियों, सुरक्षा और एनडीआरएफ कर्मियों और स्थानीय स्वयंसेवकों सहित सभी संबंधित अधिकारी प्रभावित लोगों को सहायता देने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं और
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि इंफाल और सिलचर को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 37 पर स्थित इरांग बेली पुल ढह गया, जिससे सड़क संपर्क बाधित हो गया।

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