कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने गुरुवार को राहुल गांधी के उस बयान पर प्रशंसा की, जिसमें राहुल गांधी ने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को माफ करने की बात कही है। 1991 में कोयंबटूर में राजीव गांधी की हत्या के समय तिवारी एनएसयूआई के अध्यक्ष थे।
मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, जिस किसी ने एक पिता को आतंकवादियों के हमले में खो दिया, मैं कह सकता हूं कि दर्द को बर्दाश्त करने और प्रिय लोगों के हत्यारों को माफ करने में सक्षम होने के लिए बहुत अधिक आत्मसंयम और सहनशक्ति चाहिए। राहुल गांधी वास्तव में एक असाधारण मानव हैं।
राहुल गांधी ने बुधवार को कहा था कि लिट्टे के आत्मघाती हमलावरों द्वारा उसके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद वह अभी भी आहत हैं, लेकिन उन्होंने अपराधियों को माफ कर दिया है। राहुल ने कहा, मुझे किसी के प्रति गुस्सा नहीं है। बेशक, मैंने अपने पिता को खो दिया और मेरे लिए यह बहुत मुश्किल समय था। यह ऐसा है जैसे किसी ने आपका दिल काट दिया हो। मुझे बहुत दर्द हुआ। लेकिन मुझे गुस्सा नहीं आता। मुझे कोई घृणा नहीं है। मैं माफ करता हूं। राहुल गांधी ने पुडुचेरी में भारतीदासन गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वीमेन में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही।