रायपुर : दो सालों में 247 नक्सलियों को इनकाउंटर में पुलिस ने मार गिराया है। नक्सल आपरेशंस में कामयाबी के ये आंकड़े पुलिस के नहीं, बल्कि खुद माओवादियों के हैं। पिछले दिनों माओवादियों के पर्चे में ये आंकड़े सामने आये थे कि अगस्त 2017 से जुलाई 2018 के बीच छत्तीसगढ़ में 116 माओवादी मारे गये हैं। स्पेशल नक्सल डीजी डीएम अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस ने माओवादियों के एक साल के आंकड़े के साथ-साथ पिछले साल जारी हुए उन आंकड़ों को भी सामने रखा, जिसमें नक्सलियों ने इस बात को कबूल किया था कि अगस्त 2016 से जुलाई 2017 तक 131 माओवादी मारे गये हैं। यानि नक्सलियों के दो साल के आंकड़ों में 247 नक्सलियों के ढ़ेर होने की पुष्टि हुई है।
चौकाने वाले आंकड़े ये है कि जिन 247 नक्सलियों को मार गिराया गया है, उनमें 72 महिला नक्सली शामिल हैं। अवस्थी ने कहा कि आपरेशंस पर निकले जवानों के साथ नक्सलियों के करीब 400 से ज्यादा मुठभेड़ हुए, जिसमें नक्सलियों को मार गिराया गया है। आंकड़ों के मुताबिक इनकाउंटर में मार गिराये गये 208 नक्सलियों के शव पुलिस ने बरामद भी किये हैं, जबकि 39 शव माओवादी अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे हैं। अवस्थी ने बताया है कि नक्सल आपरेशंस में छत्तीसगढ़ के लिए पिछले दो साल बेहद कामयाबी भरे हैं।
उन्होंने बताया कि जनवरी 2016 से अबतक 518 मुठभेड़ हुए हैं। इस दौरान 618 हथियार भी बरामद किए गए हैंजिसमें एक एलएमजी, एक आटोमैटिक रायफल, 9 एके47, 20 इंसास, 12 एसएलआर, मोटार्र, थ्री नाट थ्री रायफल और 21 पिस्टल जैसे हथियार शामिल हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ नक्सलियों को इनकाउंटर में मारा ही है, बल्कि 1852 नक्सलियों ने इस दौरान सरेंडर भी किया है, जबकि अलग-अलग वारदातों में शामिल 2734 नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं नक्सल आपरेशंस के दौरान शहीद हुए जवानों के आंकड़े भी बेहद चौकाने वाले हैं। पिछले तीन सालों में जवानों की शहादत का जिक्र करें तो 137 जवानों ने अपनी शहादत दी है।