लुधियाना-अमृतसर : 10 नवंबर 2015 को तरनतारन स्थित गांव चब्बे की पावन धरती पर सिख संगठनों द्वारा आयोजित सरबत खालसा के समूह पंथक धड़ों में शामिल शिरोमणि अकाली दल अमृतसर और यूनाइटेड अकाली दल के वरिष्ठ नेताओं ने सरबत खालसा के 2 जत्थेदारों सिंह साहिबान के साथ आज देर शाम गुरू की नगरी में 6 घंटे से अधिक चली विशेष बैठक की जिसमें सिख पंथ के भले का वास्ता देकर एक दूसरे के प्रति जाहिर की जा रही आशंकाओं का निवारन किया गया। इस बैठक में पंथ की चढदी कलां के लिए भविष्य में पहले की भांति ही मिलजुलकर चलने में सहमति भी दी गई।
इस अवसर पर एक मत होकर पूर्व पंजाब पुलिस प्रमुख केपीएस गिल को सिख पंथ का सजायाफता करार दिया गया और उनको मिले मैडल और सम्मान वापिस लिए जाने के साथ-साथ पैंशन वापिस लिए जाने की मांग भी की गई। दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रा गांधी के जन्म दिन के अवसर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार द्वारा दिए गए अखबारी विज्ञापनों को बड़ी गलती करार दिया गया।
अकाली दल अमृतसर के महासचिव जरनैल सिंह सखीरा की रिहायशी स्थल पर दोपहर के बाद हुई इस बैठक में सरबत खालसा के श्री अकाल तख्त साहिब कार्यकारी जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड और तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार भाई बलजीत सिंह दादूवाल के अलावा शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के प्रधान और पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान, भाई मोकम सिंह, भाई गुरदीप सिंह बठिण्डा, भाई वासन सिंह जफरवाल समेत अन्य वरिष्ठ पंथक आगु शामिल हुए। इस दौरान भाई बलजीत सिंह दादूवाल और सिमरनजीत सिंह मान ने स्पष्ट किया कि इस बैठक में पंथक समूहों द्वारा एक दूसरे के प्रति पाई जा रही अविश्वासनीयता दूर की गई है।
स. मान ने यह भी दावा किया कि किसी कारणों से नाराज चल रहे सरबत खालसा द्वारा नियुक्त तख्त श्री केसगढ़ साहिब के सिंह साहिब भाई अमरीक सिंह अजनाला को मनाने के लिए संपर्क किया जा रहा है और वह जल्द ही पंथक सेवा संभाल लेंगे। इस अवसर पर जरनैल सिंह सखीरा, जसकरण सिंह काहनसिंह वाला, हरबीर सिंह संधू, सतनाम सिंह मनावा समेत अन्य सिख आगु भी उपस्थित थे।
– सुनीलराय कामरेड