गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है. भावपूर्ण नमन.
सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 16, 2020
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए लिखा, “अगर सैनिक वापसी के दौरान की प्रक्रिया में हमारे तीन जवान शहीद हो गए हैं, तो युद्ध की परिस्थिति में क्या होगा। जब मीडिया सरकार के सुर में सुर मिलाते हुए कहता है कि सवाल उठाना राष्ट्रविरोधी है तो यही होता है।’’
If the Chinese shoot dead an Indian army colonel & two jawans during a “de-escalation process” imagine how escalated the situation must be in the first place. This is what happens when the media propagates the government line that asking questions is anti-national.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 16, 2020
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने ट्वीट किया,‘‘गलवान घाटी से आ रही खबरें विचलित करने वाली हैं। तनाव कम करने की प्रक्रिया के दौरान हमारे सैनिकों ने कैसे अपनी जान गंवायी? राष्ट्रहित में प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को लद्दाख गतिरोध के दौरान चीन के साथ सीमा मुददे पर देश के सामने स्पष्ट तस्वीर रखनी चाहिए।’’
Reports coming from #GalwanValley are disturbing. Why did our soldiers lose their lives during a de-escalation process? In national interest, the PM and RM should offer a clearer picture to the nation on the border issue with the Chinese. #LADAKHSTANDOFF
— H D Devegowda (@H_D_Devegowda) June 16, 2020
AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर सवाल किया कि अगर ये हुआ है तो सरकार को तुरंत सफाई देनी चाहिए और देश को मामले की सच्चाई बताना चाहिए।