प्रसिद्ध मुग़ल गार्डन का नाम बदल कर अब 'अमृत उद्यान' कर दिया गया है। नाम बदलने के इस फ़ैसले को लेकर अब विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक़, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए सवाल उठाया है। उनका कहना है कि, नाम बदलने से क्या देश के करोड़ों लोगों की दिन-प्रतिदिन की ज्वलंत समस्याएं दूर हो जाएंगी ? बसपा प्रमुख ने आज (रविवार) सुबह ट्वीट कर कहा, “कुछ मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर देश की समस्त जनता जबरदस्त महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से त्रस्त है, जिनके निदान पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय धर्मांतरण, नामांतरण, बायकाट और नफरती भाषणों के जरिये लोगों का ध्यान बांटने का प्रयास घोर अनुचित व अत्यंत दुःखद है।”
1. कुछ मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की समस्त जनता जबरदस्त महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि के तनावपूर्ण जीवन से त्रस्त है, जिनके निदान पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाय धर्मान्तरण, नामान्तरण, बायकाट व नफरती भाषणों आदि के जरिए लोगों का ध्यान बांटने का प्रयास घोर अनुचित व अति-दुःखद।
— Mayawati (@Mayawati) January 29, 2023
मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा
उन्होंने आगे लिखा, “ताज़ा घटनाक्रम में राष्ट्रपति भवन के मशहूर मुगल गार्डन का नाम बदलने से क्या देश और यहां के करोड़ों लोगों की दिन-प्रतिदिन की ज्वलंत समस्याएं दूर हो जाएंगी। वरना फिर आम जनता इसे भी सरकार द्वारा अपनी कमियों और विफलताओं पर पर्दा डालने का प्रयास ही मानेगी।” उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति भवन का प्रसिद्ध मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा। यह उद्यान साल में एक बार जनता के लिए खुलता है।
31 जनवरी से इस उद्यान की यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे
लोग इस साल 31 जनवरी से इस उद्यान की यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को राष्ट्रपति भवन उद्यान उत्सव 2023 का उद्घाटन करेंगी। राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन उद्यान को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में समान नाम देकर प्रसन्न हैं।’’