बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष मायावती ने मंदिर निर्माण का श्रेय उच्चतम न्यायालय को देते हुए कहा कि अयोध्या विभिन्न धर्मों की पवित्र नगरी व स्थली है। उन्होंने कहा कि आज राम मंदिर निर्माण की नींव रखी जा रही है, जिसका काफी कुछ श्रेय उच्चतम न्यायालय को जाता है। बसपा को शुरू से ही यह कहना रहा है कि उच्चतम न्यायालय जो फैसला देगी उसे हमारी पार्टी स्वीकार करेगी।
2. लेकिन इसका माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अन्त किया। साथ ही, इसकी आड़ में राजनीति कर रही पार्टियों पर भी काफी कुछ विराम लगाया। मा. कोर्ट के फैसले के तहत ही आज यहाँ राम-मंदिर निर्माण की नींव रखी जा रही है, जिसका काफी कुछ श्रेय मा. सुप्रीम कोर्ट को ही जाता है। 2/3
— Mayawati (@Mayawati) August 5, 2020
मायावती ट्वीट कर कहा “ लेकिन इसका माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अन्त किया। साथ ही, इसकी आड़ में राजनीति कर रही पार्टियों पर भी काफी कुछ विराम लगाया। मा. कोर्ट के फैसले के तहत ही आज यहां राम-मंदिर निर्माण की नींव रखी जा रही है, जिसका काफी कुछ श्रेय मा. सुप्रीम कोर्ट को ही जाता है।”
उन्होंने कहा “जबकि इस मामले में बी.एस.पी का शुरू से ही यह कहना रहा है कि इस प्रकरण को लेकर माननीय सुप्रीम कोर्ट, जो भी फैसला देगा, उसे हमारी पार्टी स्वीकार करेगी। जिसे अब सभी को भी स्वीकार कर लेना चाहिये। बी.एस.पी की यही सलाह है। ”
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि “ जैसाकि सर्वविदित है कि अयोध्या विभिन्न धर्मों की पवित्र नगरी व स्थली है। लेकिन दुःख की बात यह है कि यह स्थल राम-मन्दिर व बाबरी-मस्जिद जमीन विवाद को लेकर काफी वर्षों तक विवादों में भी रहा है।”