लुधियाना-अमृतसर : पाकिस्तानी मूल के लंदन में मेयर सादिक खान अपने अमृतसर दौरे के दौरान जलियांवाला बाग के नरसंहार का इतिहास सुन कर इतने भावुक हो गए कि उन्होंने अपने दिल का दर्द जलियांवाला बाग की विजटर बुक पर बयां करते हुए लिख डाला कि अब समय आ गया है कि ब्रिटिश सरकार को इस नरसंहार की मांगनी चाहिए। वर्ष 1919 के वैशाखी वाले दिन हुई इस घटना में मारे गए लोगों की प्रति उनकी संवेदनाए है। वैशाखी वाले दिन हुई इस घटना को हम कभी नहीं भुला सकते। जलियांवाला बाग में सुबह की यहा आना हमेशा यादगार रहेगी।
बुधवार सुबह श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के बाद सादिक खान जलियावाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए गए। इस दौरान उन्होंने जलियांवाला बाग के उस कुंए को भी देखा जिस कुंए में सैंकड़ों लोगों ने जरनल डायर की गोलियों से बचने के लिए कूद गए थे। इस के बाद सादिक खान ने जलियांवाला बाग की उन दीवारों को भी ध्यान से देखा जहां आज भी जरनल डायर की ओर से 1919 में चलाई गई गोलियों के निशानों को संभाल कर रखा हुआ है।
जलियावाला बाग में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए साजिद खान ने कहा कि मेरा अमृतसर का दौरा एक इतिहासिक व जीवन भर के लिए एक यादगार दौरा है। इस दौरान मैने श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन किए। वहां मुझे आंत्मिक शांति व आनंद की आभूति हुई। श्री हरिमंदिर साहिब में चल रही लंगर प्रथा देख कर मानवता की भलाई के लिए चल रहे कार्यों की एक जीवंत मिसाल देखने को मिली। वहां पर उकना किया गया भव्य स्वागत हमेशा स्मरणीय रहेगा। मुझे यह जानकारी बड़ी खुशी महसूस हुई है कि दुनिया के सब से पवित्र इस स्थान में हरिमंदिर साहिब के निर्माण का नींव पत्थर एक मुसलिम फरीख ने रखा था। मुसलमानों व सिखों की यह सदियों पुरानी सांझ का प्रतीक है। यही सांझ आज भी कायम है। श्री हरिमंदिर साहिब में लाखों लोग रोज लंगर शकते है यह दुनिया में मानवता की कल्याण की अद्वितीय मिसाल है। करोड़ों लोग हरिमंदिर में नतमस्तक होकर रूहानी आनंद हासिल करते है। यह मेरे लिए भी एक सुखद आत्मिक आनंद हासिल करने का सुनहरी मौका है। श्री हरिमंदिर साहिब में मेरा किया गया स्वागत व सम्मान में हमेशा याद रखूंगा।
सुबह सादिक खान पहले श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेेकने के लिए गए । हरिमंदिर साहिब के सूचना केंद्र में एसजीपीसी के मुख्य सचिव डा रूप सिंह , एसजीपीसी अध्यक्ष के पीए जगजीत सिह जग्गी और कार्यकारिणी कमेटी के सदस्य एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका ने उनका स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि बीती रात सादिक खान से सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने भी अमृतसर में मुलाकात की और पंजाब सरकार की तरफ से विशेष रात्रि भोज रखा गया था। सादिक खान पाकिस्तानी मूल के पहले मेयर है। एसजीपीसी के सूचना अधिकारी जसविंदर सिंह जस्सी और अमृतपाल सिंह उनकों सिख इतिहास और श्री हरिमंदिर साहिब के इतिहास के संबंध में जानकारी प्रदान की।
सादिक खान श्री गुरु राम दास लंगर भवन में भी गए। इस दौरान उन्होंने लाखों श्रद्धालुओं के लिए तैयार होते लंगर की व्यवस्था को देखा। पंगत में बैठ का कड़ी चावल आदि का लंगर भी शका। श्री हरिमंदिर साहिब सचखंड में नतमस्तक होने के उपरांत उनके फूलों का हार व पसाते भेंट करके सम्मानित किया गया। सादिक खान ने गुरूघर के कड़ाह प्रसाद को भी गृहण किया। श्री हरिमंदिर साहिब में अलग अलग इतिहासिक गुरूद्वारों , पवित्र स्थानों और श्री अकाल तख्त साहिब के संबंध में भी खान ने जानकारी हासिल की। सूचना केंद्र में एसजीपीसी के मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों की ओर से श्री हरिमंदिर साहिब का माडल, सिरोपा और सिख इतिहास की पुस्तकें भेंट करके सम्मानित किया गया। इस दौरान सादिक खान ने कहा कि सिखों में इंगलैंड में भी सख्त मेहनत करके इंगलैंड की तरक्की में अहम योगदान डाला है। जो अति महत्वपूर्ण है। लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
– सुनीलराय कामरेड