श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में बुधवार को सीमा पार से हुई गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अधिकारी समेत चार जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त किया है। सुश्री मुफ्ती ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए सीमा के इर्द गिर्द संघर्ष पर रोक लगाने की मांग दोहरायी ताकि सीमा के पास रहने वाले लोगों की जान और संपत्तियों की रक्षा की जा सके।
उन्होंने कहा, ‘सीमा के पास रहने वाले लोग पिछले कुछ महीनों से तकलीफदेह परिस्थिति से जूझ रहे हैं जिससे वे संवेदनशील हालात में पहुंच गये हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा अभियान रोके जाने से आम लोगों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि सीमा के पास भी ऐसी ही परिस्थिति उत्पन्न हो सके और भारत एवं पाकिस्तान के साझा प्रयासों से 2003 की ही तरह एक बार फिर शांति का माहौल बन सके।
सुश्री मुफ्ती ने ईश्वर से शहीद जवानों की आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने सांबा जिले में नियंत्रण रेखा पर मंगलवार की रात अकारण गोलीबारी की जिससे बीएसएफ के चार जवान शहीद हो गये जबकि पांच अन्य घायल हो गये। पाकिस्तानी सैनिकों ने सीमा पार से रामगढ़ सेक्टर में चंबलियाल सीमा चौकी पर रात करीब साढ़ दस बजे गोलीबारी शुरु की। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने भी गोलियां चलायी। गोलीबारी में एक सहायक कमांडेंट रैंक के अधिकारी और तीन जवान शहीद हो गये। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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