भाजपा नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करके जम्मू कश्मीर का बाकी भारत के साथ विलय किया।
भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत यहां एक कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा, ‘‘(दिवंगत जनसंघ नेता) श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जिन्होंने इस मुद्दे पर जवाहरलाल नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था, उनसे लेकर नरेंद्र मोदी तक, जो (1990 के दशक में) जम्मू कश्मीर में (भाजपा के वरिष्ठ नेता) मुरली मनोहर जोशी के झंडा फहराने के दौरान तक उनके अहम सहयोगी थे, ये सभी शुरूआत से ही स्पष्ट थे ।
उन्होंने कहा, ‘‘ अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त कर प्रधानमंत्री मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर का भारत के साथ विलय किया और उसे देश के मुकुट की भांति स्थापित किया।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ हमने देशहित में यह निर्णय लिया। यदि आपका इरादा नेक है तो आपको ऐसे निर्णय लेने में हिचकिचाहट नहीं होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ 60 सालों तक अनुच्छेद 370 एक अस्थायी प्रावधान था और इसे संविधान का हिस्सा नहीं बनाया तो क्यों इसे इन सालों के दौरान निरस्त नहीं किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस फैसले का हमारी (भाजपा की) विचारधारा से कोई लेना देना नहीं है। यह अपने देश के हित में लिया गया निर्णय है।’’