जयपुर/लखनऊ: मई की भीषण गर्मी के बीच अचानक आए तूफान ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली। तेज रफ्तार आंधी से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 200 के करीब लोग घायल हो गए हैं। बीते 48 घंटों में सबसे ज्यादा नुकसान राजस्थान और यूपी में हुआ है। आंधी, बारिश और ओलों की मार से सैकड़ों पेड़ और होर्डिंग गिर गए, जबकि देहात में कई मकानों की छत उड़ गई। आम की 20 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है।
नैशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) ने मौसम विभाग के हवाले से आने वाले 5 दिनों तक खराब मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मुताबिक दिल्ली, यूपी, राजस्थान, बिहार, उत्तराखंड समेत देश के कई सूबों में तूफान की आशंका जताई गई है। पश्चिमी राजस्थान में फिर धूल भरी आंधी का अंदेशा जताया गया है। मौसम में यह बदलाव उत्तर पूर्व के राज्यों में भी देखने को मिला है।
बंगाल की खाड़ी में आर्द्रता (Moisture) से उत्तर भारत में बादलों का बनना जारी है। मौसम विभाग की मानें तो इस कारण ही पूर्व और उत्तर भारत में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। दिल्ली-एनसीआर में भी बुधवार और गुरुवार को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। विभाग का अनुमान है कि ऐसा मौसम अगले दो हफ्ते तक बना रहेगा। इससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आंधी-पानी की आशंका है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मई की शुरुआत में ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
आंधी-पानी से जहां एक ओर गर्मी कम हुई है लेकिन तेज हवाओं से काफी नुकसान भी पहुंचा है। हालांकि राजस्थान के कुछ हिस्सों में अभी भी पारा 40 डिग्री के पार बना हुआ है। मध्य भारत के कुछ हिस्सों में भी बेतहाशा गर्मी हो रही है। तटवर्ती इलाकों में बारिश और तूफान चल रहा है। दिल्ली में बीते 24 घंटे में 14.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। तापमान गिरकर 35.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से नीचे चला गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान आने का कारण 132 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं का चलना था. बुधवार को आगरा और आसपास के इलाकों में करीब 90 मिनट तक धूल के साथ तेज हवाएं चलीं। इससे कई जगह मकानों की छत उड़ गई और होर्डिंग ढह गए। तूफान और तेज बारिश के बाद मचे हाहाकार के बाद अफसरों ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राहत पहुंचाई।
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