केंद्र की मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि नागरिक केंद्रित प्रशासन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के शासन मॉडल के केंद्र में है और यह ‘न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन’ दृष्टिकोण के साथ एक आदर्श बदलाव ले कर आया है। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सिंह ने कहा कि प्रशासन में नागरिकों की भागीदारी बढ़ रही है और उनके विचारों को अहमियत दी जा रही है।
विज्ञान भवन में सुशासन दिवस के अवसर पर संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘माय गॉवडॉट इन पोर्टल के माध्यम से नागरिकों के साथ बहुत सारी जानकारी साझा की जा रही है, जहां डेटा नियमित रूप से अद्यतन किए जाते हैं और सरकार को नागरिकों से प्रतिक्रिया मिलती है।’’ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। सिंह ने कहा कि नागरिक केंद्रित प्रशासन मोदी नेतृत्व वाली सरकार के केंद्र में है।
मंत्री ने कहा कि मोदी नेतृत्व वाली सरकार ‘न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन’ दृष्टिकोण के साथ एक आदर्श बदलाव लाई है। उन्होंने कहा कि नीति-निर्माण कार्यों को निष्पादन से अलग कर दिया गया है, समन्वित क्रियान्वयन की निगरानी उच्चतम स्तर पर की जा रही है। सिंह ने कहा कि लोकतंत्र और डिजिटल जगत के नेता के रूप में, भारत साझा समृद्धि और सुरक्षा के लिए भागीदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम दुनिया की सबसे व्यापक सार्वजनिक सूचना अवसंरचना का निर्माण कर रहे हैं। 1.3 अरब से अधिक भारतीयों की एक विशिष्ट डिजिटल पहचान है। हम 6,00,000 गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने की राह पर हैं।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘हमने दुनिया का सबसे कुशल भुगतान बुनियादी ढांचा, यूपीआई बनाया है। भारत में 80 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग करते हैं और 75 करोड़ के पास स्मार्टफोन है। हम प्रति व्यक्ति डेटा खपत के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक हैं और दुनिया में सबसे सस्ते डेटा वाले देशों में से एक हैं।’’
उन्होंने कहा कि सरकार शासन, समावेश, सशक्तिकरण, कनेक्टिविटी, लाभ वितरण और कल्याण के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करके लोगों के जीवन को बदल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हाल में, हमने आरोग्य सेतु और कोविन मंच का उपयोग करके भारत के विशाल भूभाग में टीकों की 1.1 अरब से अधिक खुराक देने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है। हम अपने एक अरब से अधिक लोगों के लिए सस्ती और सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा के वास्ते एक राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन भी बना रहे हैं।’’