कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते इस साल स्वतंत्रता दिवस का नज़ारा कुछ अलग दिखेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान इस बार मेहमानों की भीड़ नहीं होगी। और ना ही स्कूली बच्चे शामिल होंगे। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) किट पहने नजर आएंगे।
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को कार्यक्रम से जुड़ी गाइडलाइन्स जारी की हैं। गाइडलाइन्स के मुताबिक इस बार 15 अगस्त के मौके पर काफी कम मेहमानों को न्योता दिया जाएगा। इस दौरान स्कूली बच्चों को नहीं बुलाया जाएगा। एडवाइजरी में पब्लिक गैदरिंग से बचने और तकनीक का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
बैठने के लिए कई जगहों पर कालीनों की जगह कुर्सियां इस्तेमाल की जाएगी और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी PPE किट पहने नजर आएंगे। जगह-जगह हैंड सैनिटाइजर होंगे, मास्क पहनकर आना जरूरी होगी। कार्यक्रम के लिए केंद्रीय मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कोरोना वॉरियर्स को न्योता दिया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि आमंत्रित किए जाने वाले मेडिकल पेशेवरों और स्वास्थ्य सेवाओं में लगे कर्मचारियों के नामों के बारे में पूछताछ की जा रही है। आमतौर पर ‘एट होम’ कार्यक्रम में नेता, मंत्री, जज, स्वतंत्रता सेनानी और मीडियाकर्मियों आदि को बुलाया जाता है।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’, कोरोना वैक्सीन, चीन के साथ सीमा विवाद और कोरोना की लड़ाई में स्वदेशी अभियान ने किस तरीके से बढ़-चढ़कर के कदम उठाया है, इन विषयों का जिक्र हो सकता है। इस साल कार्यक्रम में 250 के करीब मेहमानों को निमंत्रण दिया जाएगा।