मिजोरम विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाली MNF (मिजो नेशनल फ्रंट) ने बुधवार को अपने अध्यक्ष जोरमथांगा का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया और इस बात पर सहमति जताई की कि वह पद पर बने रहेंगे। पार्टी सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
MNF के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तावंलुइया ने कहा कि MNF की राष्ट्रीय कोर समिति और राजनीतिक मामलों की समिति ने जोरमथांगा के इस्तीफे को अस्वीकार कर दिया और उनके द्वारा हार की नैतिक जिम्मेदारी लेने की सराहना की। उन्होंने कहा कि बैठक में महसूस किया गया कि चुनाव परिणाम पार्टी की सामूहिक जिम्मेदारी है न कि अकेले अध्यक्ष की। आपको बता दें, जोरमथांगा ने 30 वर्षों तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। सोमवार को विधानसभा चुनाव की गिनती होने पर पार्टी को मिली हार के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
जोरमथांगा ने तावंलुइया को भेजे अपने इस्तीफे में कहा, ''MNF राज्य विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने में असफल रही। मैं पार्टी प्रमुख के रूप में इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं। यह मानते हुए कि MNF अध्यक्ष के रूप में यह मेरा दायित्व है, मैं अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं और आपसे इसे स्वीकार करने का अनुरोध करता हूं।'' मिजोरम विधानसभा चुनाव में MNF को 40 सदस्यीय सदन में महज 10 सीट पर जीत मिली है जबकि विपक्षी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) को 27 सीट मिली हैं।
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