तेल अवीव : प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी इजरायल की अपनी तीन दिन की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी-20 के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां से जर्मनी के हैम्बर्ग शहर के लिए रवाना हो गए। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक बार फिर प्रोटोकॉल तोड़कर श्री मोदी को विदाई देने बेन गुरियन हवाई अड्डे पर आए। उन्होंने प्रोटोकॉल से अलग हटकर चार जुलाई को श्री मोदी के यहां पहुंचने पर हवाई अड्डे पर अगवानी भी की थी। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इजरायल की यह पहली यात्रा थी।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान भारत और इजरायल ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लडऩे और अपने रणनीतिक हितों की रक्षा का संकल्प जताया। दोनों देशों ने कृषि तथा जल प्रबंधन और अंतरिक्ष के क्षेत्र में रणनीतिक भागीदारी के समझौते करने के साथ ही अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी सहयोग के तीन करार किए। इसके अलावा औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास के लिए चार करोड़ डॉलर का प्रौद्योगिकी नवाचार कोष स्थापित करने की भी घोषणा की गयी।
श्री मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री तथा अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया और उसे बहुत सार्थक बताया। श्री नेतन्याहू ने श्री मोदी को विश्व नेता बताया और उनकी इस यात्रा को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा कि उनके देश भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए सत्तर वर्षों से इंतजार कर रहा था।
प्रधानमंत्री ने इस यात्रा के दौरान इजरायल में बसे भारतीय मूल के यहूदियों तथा अन्य प्रवासी भारतीयों को भी सम्बोधित किया। इसमें उन्होंने तेल अवीव-दिल्ली-मुम्बई के बीच हवाई सेवा शुरू करने तथा इजरायल में भारतीय सांस्कृतिक केन्द, स्थापित करने की घोषणा की। श्री मोदी 2008 के मुम्बई हमलों में किसी तरह बच गये इजरायली बालक मोशे होजबर्ग से भी मिले।
उन्होंने हैफा शहर में जाकर प्रथम विश्व युद्ध में वहां शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। श्री मोदी ने प्रमुख इजरायली कम्पनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की बैठक को भी सम्बोधित किया और उन्हें भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान सभी जगह उनके साथ इजरायली प्रधानमंत्री भी मौजूद रहे।
हैम्बर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन में आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन तथा मुक्त व्यापार जैसे विषयों पर प्रमुख रूप से चर्चा होगी। इसी दौरान ब्रिक्स देशों के प्रमुख अलग से भी मिलेंगे, जिसमें श्री मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तथा रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन भी मौजूद रहेंगे।