प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को एक दिवसीय यात्रा पर उदयपुर पहुंचे। जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उदयपुर से देशवासियों को महत्वपूर्ण सड़क योजनाओं का तोहफा दिया। मोदी ने नौ हजार करोड़ सड़क परियोजनाओं का रिमोट दबाकर लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं बाढ़ से मुसीबत झेल रहे राजस्थान के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार उनके साथ है।
#WATCH Live via ANI FB: PM Modi addresses a public rally in Udaipur, Rajasthan https://t.co/3mo97GEPcV pic.twitter.com/DLGYatSNxi
— ANI (@ANI) August 29, 2017
इस संबंध में कल रात मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि कल मैं उदयपुर में एक जनसभा को संबोधित करुंगा. मैं प्रताप गौरव केंद्र भी जाऊंगा और महान महाराणा प्रताप को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करुंगा। राजस्थान सरकार के एक प्रवक्ता ने जयपुर में कहा कि प्रधानमंत्री पूरी हो चुकीं 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
I will address a public meeting in Udaipur. I will also visit the Pratap Gaurav Kendra and pay my respects to the great Maharana Pratap.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 28, 2017
बता दे कि सीएम वसुंधरा राजे और राज्यपाल कल्याण सिंह डबोक एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इस दौरान केंद्र मंत्री नितिन गडकरी भी पीएम मोदी के साथ हैं। इसके बाद पीएम मोदी ने खेलगांव पहुंचे। यहां सीएम वसुंधरा ने प्रधानमंत्री मोदी को शॉल भेंट की। वहीं गुलाब चंद कटारिया ने पीएम को मेवाड़ी पगड़ी पहनाई।
वहीं राज्य के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने प्रधानमंत्री मोदी को विशेष रुप से तैयार कराई गई मेवाड़ी पगड़ी पहनाई। इससे पूर्व मोदी के खेलगांव पहुंचने के साथ ही मोदी-मोदी के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा।
इसके बाद राजस्थान में हो रहें सड़क कार्यों की एक शॉर्ट फिल्म भी पीएम मोदी व लोगों को दिखाई गई।
सड़कों की कुल लंबाई 24 हजार किमी से अधिक है। इनमें नेशनल हाईवे से लेकर ग्रामीण सड़कें तक शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी उदयपुर से ही कोटा में 278 करोड़ रुपए की लागत से बने हैंगिंग ब्रिज का लोकार्पण भी करेंगे।
ब्रिज की खास बातें : –
– 2007 में चंबल नदी पर 1.4 किमी लंबा ब्रिज बनना शुरू हुआ।
– 2009 में ब्रिज के दूसरी ओर निर्माणाधीन पिलर गिरने से 48 मजदूरों की मौत गई।
– ब्रिज की सड़क के नीचे डेक बना है। इसके भीतर 2.5 मीटर चौड़ा और ऊंचा सुरंगनुमा होलो सेक्शन है, जिसमें एक हाथी घूम सकता है।
– ब्रिज पर इंस्ट्रूमेंटेशन सिस्टम लगेगा। यह ट्रैफिक लोड बढ़ने, भारी बारिश, हवा, तूफान, चक्रवात, भूकंप आदि किसी प्राकृतिक आपदा पर नियंत्रण कक्ष को सूचना देगा।
– केबल एयरो डायनामिक हैं ताकि तेज हवा का कोई असर न हो। केबल की न्यूनतम लंबाई 41 मीटर और अधिकतम लंबाई 179 मीटर है। केबल 2 से 300 मिमी मोटी है।
– जिस खंभे पर केबल कसी हुई हैं वह डेक के ऊपर 80-80 मीटर ऊंचा है। इसे भी विशेष तकनीक से बनाया गया है।
– ब्रिज में बीच में कोई खंभा नहीं है। दोनों किनारों पर बने खंभों पर तारों के जरिए इसे स्थिर किया गया है।