केंद्रीय मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कहा कि मोदी सरकान ने कई ‘गुमनाम’ चेहरों की प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया।
डॉ सिंह ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी की तरफ से साफ निर्देश थे कि पद्म सम्मान के दावेदारों के चयन में न केवल पारदर्शिता और निष्पक्षतावाद बरती जाये बल्कि देशभर से कुछ ऐसे शानदार व्यक्तियों की खोज की जाए, जो अपने क्षेत्र में समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं। ऐसे लोग अपने काम में इतने व्यस्त थे कि उनके पास पैरवी और सत्ता के गलियारों में घूमने के लिये समय नहीं था जिसकी वजह से उनके काम को उचित पहचान नहीं मिल सका था।’’
उन्होंने यहां बातें जम्मू के पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित और 80 वर्षीय लेखक शिव दत्त ‘निर्मोही’ के सम्मान में आयोजित समारोह में कहीं।
डॉ। सिंह ने कहा, ‘‘पद्म सम्मान की इस नयी चयन प्रक्रिया को धन्यवाद जिससे पिछले चार सालों में देश के प्रत्येक राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों को लाभ पहुंचा है, जिसमें जम्मू-कश्मीर भी शामिल है। कुछ ऐसे लोगों को भी पद्म श्री सम्मान मिला है जिनका नाम राजनीतिक गलियारों में कभी नहीं सुना गया था और जिनको खुद कभी उम्मीद नहीं थी कि उन्हें किसी भी तरह का सरकारी सम्मान दिया जाएगा।’’