कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को लेकर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि सत्ता में आने से पहले वह इसका प्रचंड विरोध करती रही लेकिन सरकार में आने के बाद उसकी नीति बदल दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की नीति सत्ता से बाहर रहने के दौरान अलग होती है और सरकार में आने के बाद बदल जाती है।
एफडीआई पर कांग्रेस सरकार के फैसले का विरोध कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो क्लीपिंग दिखाते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने एफडीआई को विदेशियों के हाथों देश को बेचने का आरोप लगाया था लेकिन अब एफडीआई में खुली छूट दे रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने एफडीआई के मामले में बहुत सावधानी बरती और इसको लेकर सुरक्षात्मक उपाय भी किए थे लेकिन मोदी सरकार ने इन सभी उपायों को हटा दिया है।
कांग्रेस सरकार का मकसद एफडीआई के जरिए मौजूदा संपत्ति का इस्तेमाल कर देश को फायदा पहुंचाना रहा है लेकिन मोदी सरकार के फैसलों से साफ है कि उसे इसकी परवाह ही नहीं है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज एकल ब्रांड खुदरा कारोबार में बगैर सरकार की अनुमति के शत-प्रतिशत विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के ऋण के बोझ तले दबी सार्वजनिक विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया में भी 49 प्रतिशत एफडीआई को स्वीकृति दी है।
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