बिजली को लेकर मोदी सरकार नया कदम उठाने जा रही है। आने वाले समय में आपके अपने घर या ऑफिस में एसी का तापमान 24 डिग्री निर्धारित हो जाएगा। जी हां , सरकार इसके लिए शुरुआत में एक वैकल्पिक नियम बनाने जा रही है आपको बता दे कि बिजली बचाने के लिए सरकार AC की डिफाल्ट सेटिंग करेगी। केंद्रीय बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने आरा में कहा कि सरकार एयर कंडीशन (AC) के क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने का अभियान शुरू कर रही है।
आगे आरके सिंह ने कहा कि एयर कंडीशनर में एक डिग्री तापामान बढ़ाने से बिजली खपत में छह प्रतिशत की कमी आती है। आपको बता दे कि सरकार ने AC में बिजली खर्च को कम करने के मकसद से ये बड़ा फैसला लेने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से करीब 20 अरब यूनिट सालाना बिजली की बचत होगी।
बयान के मुताबिक , चार से छह महीने के जागरूकता अभियान के बाद लोगों की राय जानने के लिये सर्वे किया जाएगा। उसके बाद मंत्रालय इसे अनिवार्य करने पर विचार करेगा। अगर सभी ग्राहक इसे अपनाते हैं तो एक साल में ही 20 अरब यूनिट बिजली की बचत होगी।
बीईई का कहना है कि मौजूदा बाजार स्थिति को देखते हुए एसी के कारण देश में कुल लोड 2030 तक 200,000 मेगावाट हो जाएगी। इसमें आगे और वृद्धि की उम्मीद है क्योंकि अभी देश में केवल 6 प्रतिशत घरों में एसी का उपयोग हो रहा है। एक अनुमान के अनुसार अभी लगे एसी की क्षमता 8 करोड़ टीआर (टन आफ रेफ्रिजरेटर) है जो बढ़कर 2030 तक 25 करोड़ टीआर हो जाएगी।
वही ,इस नियम को लाने के पीछे सरकार की जो सोच है उससे न केवल देश को आर्थिक तौर पर फायदा होगा, बल्कि पर्यावरण में भी ग्रीन हाउस गैस का कम उत्सर्जन होगा। विश्व में भारत जापान के बाद दूसरा ऐसा देश बनने जा रहा है, जिसने इस तरह का नियम लागू किया है।
बता दे कि इस दिशा में शुरुआत करते हुए हवाईअड्डा, होटल, शापिंग मॉल समेत सभी वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को इसके दायरे में लाया जाएगा। सरकार का तर्क है कि इससे जनता के स्वास्थ्य पर भी अच्छा असर पड़ेगा। शरीर का सामान्य तापमान 36 से 37 डिग्री सेल्सियस है लेकिन वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, होटल तथा दफ्तरों में तापमान 18 से 21 डिग्री रखा जाता है। यह न केवल तकलीफदेह है बल्कि वास्तव में अस्वस्थ्यकर भी है।
बताते चले कि जापान में लगातार 13 साल से सरकार कूल ब्रीज कैंपेन चला रही है। इस दौरान सभी सरकारी और प्राइवेट बिल्डिंग में लगे एसी का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस पर सेट कर दिया जाता है। यह तापमान केवल तीन महीने (जून-सितंबर) के लिए लागू किया जाता है। इस दौरान कर्मचारियों को भी कोट-पैंट-टाई पहनकर ऑफिस आने में छूट दी जाती है और वो ढीले-ढाले कपड़े पहनकर भी ऑफिस आ सकते हैं। हालांकि वहां पर अधिकतम तापमान भी 35 डिग्री सेल्सियस तक जाता है।