कोंग्रस ने कहा कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) राहुल गांधी से 54 घंटे तक पूछताछ करता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी समूह को श्रीलंका में पवन ऊर्जा का ठेका दिलाने के लिए जब वहां के राष्ट्रपति पर दबाव डालते हैं तो ईडी इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लेता है।
प्रोजेक्ट का ठेका अडानी ग्रुप को देने के लिए वहां के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे पर दबाव डाला था
स्टेट बैंक के साथ भी कराया था समझौता
गौरव बल्लव ने कहा कि, मोदी ने श्रीलंका में ही अडानी समूह को लाभ नहीं दिलाया बल्कि देश में 2014 में जैसे ही मोदी ने सत्ता संभाली उनकी सरकार ने स्टेट बैंक के साथ समझौता कर अडानी को एक अरब डालर यानी सात हजार आठ सौ 25 करोड़ रुपए का वित्तीय सहायता देने का काम किया। जब इसका देश में विरोध हुआ तो मामले को दबा दिया।
कई घोटाले होते हैं लेकिन उन पर ईडी कुछ नहीं बोलता है
प्रवक्ता ने कहा कि ईडी इस मामले में चुप रहता है। कर्नाटक में ईश्वरप्पा पर 45 प्रतिशत रिश्वत लेने का ठेकेदार आरोप लगाते हैं तो ईडी चुप्पी साध लेता है। मध्य प्रदेश, गोवा, असम में कई घोटाले होते हैं लेकिन उन पर ईडी कुछ नहीं बोलता है।