प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में विभिन्न भारतीय भाषाओं के इस्तेमाल को प्रोत्साहन देने की सराहना करते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू को बधाई दी है।
श्री मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में ‘राष्ट्रीय महात्मा गांधी 150 वीं वर्षगांठ आयोजन समिति ’ की दूसरी बैठक में भाग लेते हुए राज्यसभा में बीजू जनता दल की सदस्य सरोजिनी हैमब्रम का उल्लेख किया।
श्रीमती हैमब्रम ने राज्यसभा के 250 वें सत्र में अपनी मातृभाषा संथाली में वक्तव्य दिया था। राज्यसभा की स्थापना के 67 साल बाद कोई सदस्य संथाली भाषा में वक्तव्य देने में सफल हुआ था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधीजी भारतीय संस्कृति एवं भाषाओं को प्रोत्साहन देने के पक्ष में थे। श्री नायडु ने भी उच्च सदन के 250 वें सत्र में अधिक से अधिक सदस्यों को अपनी मातृभाषा में वक्तव्य देने के लिए प्रोत्साहन दिया है।