प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बात की और राज्य में बाढ़ से उत्पन्न हालात का जायजा लिया। राज्य में बाढ़ से नौ लोगों की मौत हो गई है और 26 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। सोनोवाल ने प्रधानमंत्री को राज्य सरकार द्वारा असम के 28 जिलों में प्रभावित लोगों की मदद के लिए उठाए जा रहे कदमों से अवगत कराया।
यहां मुख्यमंत्री द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने स्थिति से निपटने के लिए असम सरकार को सभी तरह की सहायता देने का भरोसा दिया है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि 28 जिलों के 3,181 गांव प्रभावित हैं। बाढ़ से कुल 24,45,533 लोग प्रभावित हैं।
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अधिकारी ने कहा कि 90,000 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें से कुछ भाग में फसल लगी थी। सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल व राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) को विभिन्न जिलों में फंसे हुए लोगों की मदद के लिए लगाया है। यहां तक कि राज्य के विभिन्न भागों में राहत व बचाव कार्यो में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना को बुलाया गया है। बाढ़ की वजह से 10 लाख से ज्यादा जानवर भी प्रभावित हैं।
इस बीच विपक्ष कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली राज्य सरकार पर बाढ़ के हालात से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया है और केंद्र सरकार से असम में केंद्रीय टीमें नियुक्त करने की मांग की है, जो हालात से निपटने में सलाह दें व मार्गदर्शन करें।