प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को खुली चुनौती देते हुए मंगलवार को कहा कि 'महामिलावटी लोग' यह साबित करें कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में कोई बेनामी संपत्ति जमा की है। मोदी ने एक चुनावी सभा में कहा, "करीब दो दशक से मैं मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के तौर पर काम कर रहा हूं। मैं इन महामिलावटियों को खुली चुनौती देता हूं। ये लोग दिखा दें कि मैंने कोई बेनामी संपत्ति जमा की है।"
उन्होंने कहा, "यह बुआ-बबुआ मिलकर जितने साल मुख्यमंत्री नहीं रहे, उससे कहीं ज्यादा समय तक मैं गुजरात का मुख्यमंत्री रहा हूं। विपक्षी दल बताएं कि क्या मैंने कोई फार्महाउस या कोई शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनवाया है ? क्या मैंने विदेश में पैसे जमा कराये या करोड़ों संपत्ति खड़ी की है ? क्या मैंने लाखों की गाड़ियां खरीदीं या करोड़ों के बंगले बनाये हैं ? मैंने गरीब के पैसे लूटने का कोई पाप नहीं किया। मेरे लिये गरीब का कल्याण, मातृभूमि का सम्मान और उसकी रक्षा मेरी जिंदगी से भी ऊपर है।"
मोदी ने इन दिनों खुद पर हमलावर बसपा प्रमुख मायावती पर कटाक्ष किया, "मैं इनकी गालियों को उपहार मानता हूं। इसका जवाब मोदी को नहीं देना है, बल्कि हिन्दुस्तान की जनता कमल के निशान पर बटन दबाकर हर गाली का जवाब देने वाली है।" उन्होंने कहा कि महामिलावटी लोग हताशा में आकर मोदी की जाति पूछ रहे हैं। "मैंने अनेक चुनाव लड़े भी हैं और लड़ाए भी हैं, लेकिन कभी अपनी जाति का सहारा नहीं लिया। मैं भले ही अति पिछड़ी जाति में पैदा हुआ, लेकिन मेरा लक्ष्य हमारे हिन्दुस्तान को दुनिया में अगड़ा बनाने का है।"
मोदी ने कहा कि उन्होंने गरीबों को घर, गैस चूल्हा और शौचालय उनकी जाति पूछकर नहीं दिया, इसलिये वोट भी जाति के नाम पर नहीं मांग रहे हैं। वह देश के लिये वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने गरीबी और पिछड़ेपन का दर्द भुगता है। बलिया जैसे गुलामी के खिलाफ बागी हुआ, वैसे ही मोदी गरीबी से लड़ते-लड़ते गरीबी के खिलाफ बागी हो गया। मेरी एक ही जाति है, वह है गरीबी।
मोदी ने सपा-बसपा के बीच सिर-फुटव्वल होने का दावा करते हुए कहा "कल मैं टीवी देख रहा था। सपा-बसपा कार्यकर्ता एक-दूसरे के सिर फोड़ रहे थे, कपड़े फाड़ रहे थे। अभी तो चुनाव बाकी है, पर अभी से ही हिसाब चुकाता करना शुरू कर दिया है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने बचपन में अपनी मां को रसोई में धुएं से जूझते हुए देखा है, शौचालय ना होने की वजह से घर और आसपास की महिलाओं को पीड़ा सहते देखा है। बरसात में टपकती छतों के कारण दिन-रात जागते देखा है। इलाज के अभाव में गरीब को मरते देखा है। ''यही वह अनुभव थे, जिन्होंने मुझे गरीबी के खिलाफ बगावत के लिये प्रेरित किया। ''
उन्होंने पूर्वांचल के विकास के लिये अपनी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों का जिक्र करते हुए यह भी कहा, "हमारी सरकार ने मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी बहुत जोर दिया है। मोबाइल फोन आज घर-घर पहुंच गया है, जिसके कारण भोजपुरी गीत-संगीत और सिनेमा को भी बहुत लाभ मिला है। पहले सरकार टू-जी घोटाले में व्यस्त थी, और हमने फोर-जी को गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचाया है। आज सबसे सस्ता इंटरनेट भी भारत में ही है।"
मोदी ने पाकिस्तान और आतंकवाद का जिक्र करते हुए कहा, "पाकिस्तान और उसके आतंकवादियों की सारी हेकड़ी आज हवा हो गयी है। जो आतंकवादी पाकिस्तान में खुलकर हथियारों की नुमाइश करते थे, वो आज जमीन के नीचे छुपकर मोदी को हटाने की दुआ कर रहे हैं। कभी वो जंगलों को तो कभी आसमान को और कभी समन्दर को देखते हैं कि कब कहां से भारत के सपूत आ धमकेंगे। मैंने देश के सपूतों को खुली छूट दे रखी है। इसलिये पहले सर्जिकल स्ट्राइक हुई, फिर एयर स्ट्राइक की गई।"
उन्होंने कहा, "आज आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को हम सीमा के उस पार लेकर गये, लेकिन क्या आपने सपा, बसपा और कांग्रेस की महामिलावट को इस चुनाव में आतंकवाद पर या राष्ट्र-रक्षा पर एक बार भी बोलते हुए सुना है ? वह तो सिर्फ सपूतों के शौर्य पर सवाल उठाते हैं और पाक के नापाक सुबूतों पर विश्वास करते हैं।"