माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर गलत आर्थिक नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था को चौतरफा नुकसान होने का आरोप लगाते हुये उसे, ‘लूट’ को आसान बनाने वाली सरकार बताया।
येचुरी ने डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में अब तक की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज किये जाने संबंधी मीडिया रिपोर्टों के हवाले से आज कहा ‘‘रुपये की कीमत में अप्रत्याशित गिरावट हमारी अर्थव्यवस्था की वास्तविकता को दर्शाती है। इसे किसी तरह की तरकीब से छुपाया नहीं जा सकता।’’
अर्थव्यवस्था की खराब हालत बताते हुये येचुरी ने सरकार पर निशाना साधा और बैंकों का कर्ज अदा किये बिना फरार हुये कारोबारियों का हवाला देते हुये ट्वीट में कहा ‘‘मोदी सरकार में लूटना और लूटकर भागना आसान हुआ है।’’
मुद्रा अवमूल्यन के ताजा आंकड़ों का जिक्र करते हुये येचुरी ने आरोप लगाया कि भाजपा आरएसएस की सरकार में अर्थव्यवस्था और इससे देश की जनता को हुये भारी नुकसान की हकीकत को छुपाने के लिए गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने साल 2014 में दिये गये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट आने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उम्र का हवाला देकर डॉलर की कीमत 80 रुपये तक पंहुचने की आशंका जतायी थी। येचुरी ने एक अन्य ट्वीट में कहा ‘‘हम रुपये की गिरती कीमत को प्रधानमंत्री की उम्र से जोड़ते हुये ‘अपरिपक्व टिप्पणी’ नहीं करेंगे। लेकिन क्या कोई ढहती अर्थव्यवस्था को संभालने वाला है?’’
येचुरी ने पीएनबी घोटाला मामले में आरोपी मेहुल चोकसी के भारत वापस नहीं लौटने संबंधी आज प्रकाशित बयान पर भी चुटकी लेते हुये कहा ‘‘प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक आवास पर आंमंत्रित किये गये इस व्यक्ति को ‘हमारे मेहुल भाई’ कह कर संबोधित किया था।’’
उन्होंने कहा ‘‘यह व्यक्ति जनता का पैसा लेकर भाग गया और अब ये भीड़ द्वारा पीट पीट कर मार डालने की घटनाओं का हवाला देकर भारत नहीं आने का बहाना बना रहे हैं। भले ही यह मजाक लगे लेकिन यह मोदी द्वारा हम भारतीयों पर थोपी गयी त्रासदी है।’’