उत्तर भारत समेत पूरे देश में मानसून दस्तक दे चुका है। दिल्ली, यूपी, हरियाणा जैसे राज्यों में बारिश जहां गर्मी से राहत दे रही है, वहीं गुजरात और महाराष्ट्र जैसे पश्चिमी राज्यों में बारिश आफत बन गयी है। भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं। नदियों के बढ़े जलस्तर के चलते रिहाशी इलाकों में पानी भर गया है, जिसके चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
महाराष्ट्र के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट
महाराष्ट्र के पालघर, नासिक, पुणे समेत कई जिलों में 11 तारीख से 14 तारीख तक रेड अलर्ट जारी किया गया है। रायगढ़ जिले में 12 और 13 तारीख को रेड अलर्ट है, जबकि रत्नागिरी और कोल्हापुर में 12 तारीख को रेड अलर्ट है। गडचिरोली जिले में 12 तारीख को रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, मुंबई में आने वाले तीन दिनों तक ऑरेंज अलर्ट जारी है।
गोदावरी का जल स्तर बढ़ने से डूबे मंदिर
बीते कई दिनों से जारी लगातार बारिश के चलते महाराष्ट्र की कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नासिक में गोदावरी नदी का पानी बढ़ने से आसपास स्थित मंदिर तक डूब गए। गंगापुर डैम और मॉनसूनी बारिश की वजह से नासिक में नदी का जलस्तर बढ़ गया। मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में भी बारिश बारिश हो रही है।
गुजरात में हालात बेकाबू
गुजरात के नवसारी, डांग, अहमदाबाद, तापी, नर्मदा जैसे कई जिलों में हालात बेकाबू हैं। नवसारी से सूरत को जोड़ने वाला स्टेट हाईवे बाढ़ जैसे हालातों के चलते बंद हो गया है। इसके अलावा अहमदाबाद के रिहाशी इलाकों में भरा हुआ है। सड़कों पर गाड़ियां पानी में डूबी खड़ी हैं। वहीं कई अस्पतालों में तक पानी घुस गया है।
गुजरात में अब तक 63 लोगों की मौत
गुजरात में बारिश से जुड़ीं घटनाओं में 1 जून से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें से सबसे ज्यादा 33 लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई है। राज्य के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने सोमवार को कहा कि दीवार गिरने से कारण कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई। डूबने से 16 लोगों की मौत हुई, पेड़ों के गिरने 5 लोगों की मौत हुई, जबकि बिजली के खंभे गिरने एक की जान गई।
प्रशासन द्वारा आनंद, देवभूमि द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, छोटाउदेपुर, तापी, नवसारी, वलसाड, नर्मदा और वडोदरा जिलों के कुल 10,674 नागरिकों को स्थानांतरित किया गया था, जिनमें से 6,853 घर लौट चुके हैं, जबकि लगभग 3,821 सरकार द्वारा प्रदान किए गए आश्रय गृहों में हैं। भरूच, छोटाउदपुर, नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
राजकोट के सिविल अस्पताल में घुसा पानी
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 18 टीमें बारिश प्रभावित जिलों में बचाव कार्य में लगी हुई हैं। एक जून से अब तक कुल 25 घरों और 11 झोपड़ियों को नुकसान पहुंचा है। राज्य में अब तक अनुमानित 272 मवेशियों की मौत हो चुकी है। राजकोट के सिविल अस्पताल में भी बारिश का पानी भर गया।