संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session 2022) की आज से शुरुआत हो रही है। संसद का ये मानसून सत्र खास रहने वाला है, क्योंकि आज ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। सत्र की शुरुआत होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर मीडिया को सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आजादी के अमृत महोत्सव का दौर है।
संसद में जरूरत पड़ने पर बहस
पीएम मोदी ने कहा कि संसद में खुले दिमाग से बातचीत होनी चाहिए, जरूरत पड़ने पर बहस भी होनी चाहिए। मैं सभी सांसदों से गहराई से विचार करने और चर्चा करने का आग्रह करता हूं। हम हमेशा सदन को संवाद का सक्षम माध्यम मनाते हैं, जहां खुले मन से संवाद हो, खुले मन से वाद-विवाद हो, आलोचना भी हो और उत्तम प्रकार से विश्लेषण हो ताकि नीति और निर्णय में बहुत ही सकारात्मक योगदान हो सके।
उन्होंने कहा कि यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आजादी के अमृत महोत्सव का दौर है। 15 अगस्त और आने वाले 25 वर्षों का एक विशेष महत्व है – जब राष्ट्र स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा, यह हमारी यात्रा तय करने का संकल्प करने का समय होगा और हम जिस नई ऊंचाई को छूते हैं।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अभी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पद के लिए चुनाव हो रहे हैं। आज (राष्ट्रपति चुनाव के लिए) वोटिंग हो रही है। इस दौरान नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति देश का मार्गदर्शन करना शुरू करेंगे।
मानसून सत्र को देखते हुए रविवार यानी 17 जुलाई को सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी और राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी के नेता पीयूष गोयल और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने किया।