संसद में आज मानसून सत्र का सातवां दिन है , सत्र की कार्यवाही शुरू होने के थोड़ी ही देर बाद हंगामे के कारण कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।महंगाई ,जीएसटी एवं अन्य मुद्दों पर कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी शोर-शराबे के कारण विभिन्न विषयों पर कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण आज लोकसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गयी।
प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच ही कुछ सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और पशुपालन एवं मत्स्यपालन राज्य मंत्री एल मुरूगन ने उनके उत्तर दिये।
विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर एलपीजी सहित जरूरी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें बढ़ाये जाने जैसे मुद्दों का उल्लेख किया गया था।
सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि
निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने करगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ पर मातृभूमि की रक्षा में अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले देश के वीर सपूतों को नमन किया।सदन में सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।इसके बाद, लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू करने को कहा। लेकिन कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
जीएसटी की दरें बढ़ाये जाने जैसे मुद्दों का उल्लेख
बिरला ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और पशुपालन एवं मत्स्यपालन राज्य मंत्री एल मुरूगन ने उनके उत्तर दिये।इस बीच, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर एलपीजी सहित जरूरी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें बढ़ाये जाने जैसे मुद्दों का उल्लेख किया गया था।शोर-शराबा करने वाले सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने की अपील करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि संसद नारेबाजी के लिए नहीं, चर्चा और संवाद के लिए है।
बिरला ने कहा कि सदन चर्चा के लिये है, सहमति या असहमति हो सकती
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं किसी भी सदस्य पर कार्रवाई नहीं करना चाहता लेकिन सदन में तख्तियां और नारेबाजी भी नहीं देखना चाहता। देश की जनता आपके हाथों में तख्तियां नहीं देखना चाहती।’’उन्होंने हंगामा करने वाले सदस्यों से कहा कि ‘‘आप सब माननीय है, देश की जनता ने आपको भेजा है और देश की जनता देख रही है, इसलिये मर्यादा बनाए रखें।’’