देश में स्वास्थ्य एवं अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को अब तक कोरोना वैक्सीन 1.14 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई गई हैं। यह जानकरी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। सोमवार शाम छह बजे तक की रिपोर्ट के मुताबिक 75,40,602 स्वास्थ्य कर्मियों और 38,83,492 अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को 2,44,071 सत्रों के माध्यम से टीके की 1,14,24,094 खुराकें लगाई गई हैं।
मंत्रालय ने बताया कि 64,25,060 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई है जबकि 11,15,542 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई है। वहीं अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को टीके की पहली खुराक लगाई गई है। देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत पिछले साल 16 जनवरी को की गई थी। सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जा रहा था। दो फरवरी से अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को भी टीका लगाया जाने लगा। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के 38वें दिन सोमवार शाम छह बजे तक टीके की कुल 3,07,238 खुराकें दी गई हैं।
मंत्रालय ने कहा कि अंतिम रिपोर्ट देर रात तक पूरी होगी।
सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने सोमवार को कोविड-19 के टीके लगाए। चार राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश–लक्षद्वीप, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान–ने पहली खुराक के लिए पंजीकृत स्वास्थ्य एवं अंग्रिम पंक्ति के 75 फीसदी से अधिक कर्मियों को टीका लगा दिया है। आठ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने पहली खुराक के लिए पंजीकृत 75 फीसदी स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगा दिया है। इनमें बिहार, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
चार राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में पहली खुराक के लिए पंजीकृत 50 फीसदी से कम स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया है। इनमें नगालैंड, पंजाब, चंडीगढ़ और पुडुचेरी शामिल हैं। मंत्रालय ने बताया कि टीका लगने के बाद अबतक कुल 46 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह कुल टीकाकरण का 0.0004 प्रतिशत है। 46 मामलों में से 26 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि 19 की मौत हो गई है और एक का इलाज चल रहा है।
उसने बताया कि बीते 24 घंटे में टीका लगवाने वाले किसी भी शख्स को अस्पताल में भर्ती नहीं कराना पड़ा है।
मंत्रालय ने कहा कि आज की तारीख तक कुल 41 मौतें हुई हैं। 19 अस्पताल में और 22 अस्पताल के बाहर। यह आंकड़ा कुल कोविड-19 टीकाकरण का 0.004 प्रतिशत है। उसने बताया कि बीते 24 घंटे में दो लोगों की मौत हुई। एक केरल के कन्नूर की रहने वाली 24 वर्षीय महिला है। उसकी मौत टीका लगवाने के 17 दिन बाद इंट्राक्रैनियल (मस्तिष्क) में रक्तस्राव से हुई है। पोस्टमार्टम हो गया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। अन्य मृतक 49 वर्षीय महिला है जो केरल के वायनाड में रहती थी। उनकी मौत टीका लगवाने के दो दिन बाद हुई। शक है कि उनकी मौत का कारण रोधगलन है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि आज की तारीख तक टीके की वजह से गंभीर प्रतिकूल प्रभाव का या मौत का कोई मामला नहीं है।