नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के मंत्री पद से बर्खास्त होकर बगावत कर रहे दिल्ली के पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा को सत्याग्रह पर बैठने से पहले जान से मारने की धमकी मिली तो वहीं शाम को हमला हो गया। हालांकि पुलिस ने मौका रहते ही हमलावर को धर-दबोच लिया लेकिन पुलिस के पकडऩे से पहले ही मिश्रा के समर्थकों ने हमलावर की जमकर पिटाई कर दी। मिश्रा समर्थकों की मानें तो जब कपिल मीडिया से बात कर रहे थे, उसी दौरान अंकित भारद्वाज नाम का लड़का अचानक मौके पर पहुंचा और चिल्लाते हुए सत्याग्रह के मंच पर कपिल मिश्रा पर ‘छोडूंगा नहीं’ की आवाज लगाते हुए कूद गया। हालांकि मिश्रा को कोई चोट नहीं लगी।
मिश्रा ने कहा कि जैसे वह चिल्लाते हुए कूदा तो उनकी गर्दन पर हमलावर का हाथ लग गया। उसके हमले के बाद समर्थक उसे पकड़कर पीछे ले गए। हमले के दौरान आरोपी खुद को अंकित भारद्वाज और आप का कार्यकर्ता बता रहा था। उसका दावा है कि वह मुंडका का रहने वाला है। हमलावर का कहना था कि कपिल मिश्रा ने पार्टी के साथ धोखा किया है। इस घटना पर कपिल ने कहा कि यदि कोई उन पर हमला करता है तो भी वह कुछ नहीं करेंगे। हमारी कोशिश सत्याग्रह से सच को सामने लाना है। हमने अपने कार्यकर्ताओं को भी साफ कह दिया है कि आप हाथ नहीं उठाएंगे। बता दें कि मिश्रा को देर रात व्हाट्सएप्प पर जान से मारने की धमकी भी मिली थी। कपिल मिश्रा ने बताया कि उन्हें एक इंटरनेशनल नंबर से फोन पर जान से मारने धमकी दी गई। पहले उन्हें एक फोन आया था लेकिन जब उन्होंने कॉल नहीं उठाया तो व्हाट्सएप के जरिए धमकी दी गई।