रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने व्यक्तिगत जानकारी की निजता और क्रिप्टोकरेंसी पर प्रस्तावित विधेयकों का समर्थन करते हुए शुक्रवार को कहा कि भारत आगे ले जाने वाली नीतियां एवं नियम लेकर आ रहा है। डिजिटल रूप से सूचनाओं के भंडारण की सख्त व्यवस्था होने के समर्थक अंबानी ने कहा कि देशों को रणनीतिक डिजिटल ढांचा खड़ा करने और उसकी सुरक्षा के इंतजाम करने का पूरा अधिकार है। अंबानी ने व्यक्तिगत जानकारी या आंकड़े को मौजूदा दौर में 'नया तेल' की उपमा देते हुए कहा कि हरेक नागरिक की निजता के अधिकार को सुरक्षित रखा जाना चाहिए। अंबानी ने आईएफएससीए के तत्वावधान में आयोजित इन्फिनिटी फोरम को संबोधित करते हुए कहा, भारत आगे ले जाने वाली नीतियां एवं नियम लेकर आ रहा है।
सार्वभौम वैश्विक मानक की जरूरत
उन्होंने कहा कि भारत में पहले से ही आधार, डिजिटल बैंक खातों एवं डिजिटल भुगतान के जरिये डिजिटल पहचान का एक मजबूत ढांचा खड़ा है। ऐसी स्थिति में व्यक्तिगत जानकारी की निजता और क्रिप्टोकरेंसी के लिए विधेयक लाया जाना एकदम सही कदम है। अंबानी ने कहा, आंकड़े एवं डिजिटल ढांचा भारत और दुनिया के हरेक देश के लिए रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण है। हरेक देश को इस रणनीतिक डिजिटल ढांचे के निर्माण एवं सुरक्षा का पूरा अधिकार है। हालांकि उन्होंने कहा कि सीमापार लेनदेन एवं साझेदारियों पर इसके असर को रोकने के लिए एक सार्वभौम वैश्विक मानक की जरूरत है।
देश पूरी तरह 2जी से 4जी में बदल रहा है
उन्होंने हरेक नागरिक की निजता को सुरक्षित रखने पर जोर देते हुए कहा कि सही नीतियों एवं नियामकीय प्रारूप लाकर व्यक्तिगत जानकारी एवं डिजिटल ढांचे की सुरक्षा को लेकर देश की जरूरत के साथ संतुलन बिठाना होगा। उन्होंने खुद को ब्लॉकचेन तकनीक का पुरजोर समर्थक बताते हुए कहा, यह क्रिप्टोकरेंसी से अलग है। विश्वास पर आधारित एक समतामूलक समाज के लिए ब्लॉकचेन तकनीक बेहद अहम है। हमारी अर्थव्यवस्था की जान कही जाने वाली आपूर्ति श्रृंखलाओं को आधुनिक बनाने में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। अंबानी ने कहा कि देश पूरी तरह 2जी से 4जी में बदल रहा है। लेकिन अगले साल 5जी आने के साथ भारत सबसे उन्नत डिजिटल ढांचे वाले देशों में शुमार हो जाएगा।