भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने कट्टरपंथी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (PFI) और उसके सहयोगी कुछ अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगाए जाने को देशहित में की गई कार्रवाई करार दिया। नकवी ने एक बयान में कहा, सरकार ने अगर शैतानी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई की है तो देश की सुरक्षा के लिए की है। अफसोस की बात है कि कुछ लोग इसमें भी अपने सियासी नफा-नुकसान का गुणा-भाग कर रहे हैं।
देशहित में यह कार्रवाई
उन्होंने आगे कहा, लोकतंत्र के खिलाफ हिंसक साजिश के तहत गतिविधियां चला रहे कुछ संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। देश की सुरक्षा हमारी ताकत है… यह कार्रवाई देश की सुरक्षा और देशहित में है।पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा अफसोस की बात है कि पहले कुछ राजनीतिक दल ऐसे लोगों को प्रश्रय (Shelter) दे रहे थे। अब इस तरह के संगठनों (PFI ) पर कार्रवाई हो रहीं है तो ये लोग इनके साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। यही लोग कभी सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical strike) पर सवाल करेंगे।
जानें! किन संगठनों को किया बैन
भारत सरकार ने इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (PFI) और उससे संबद्ध अन्य संगठनों पर आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के कारण पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।आतंकवाद रोधी कानून (UAPA) के तहत कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया’ (सीएफआई), ‘रिहैब इंडिया फाउंडेशन’ (आरआईएफ), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन (एनसीएचआरओ), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (एआईआईसी), एम्पॉवर इंडिया फाउंडेशन, नेशनल विमेंस फ्रंट, जूनियर फ्रंट और रिहैब फाउंडेशन (केरल) को भी प्रतिबंधित किया गया है।