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लफ्फाजी का लॉलीपॉप हो गए हैं राहुल गांधी : मुख्तार अब्बास नकवी

राहुल ने गुरुवार को कृषि बिल पर ट्वीट करते हुए लिखा, किसानों के बाद मज़दूरों पर वार। ग़रीबों का शोषण, ‘मित्रों’ का पोषण यही है बस मोदी जी का शासन।

कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करने से नहीं चूकते। कोरोना वायरस और भारत-चीन सीमा विवाद और अब कृषि बिल को लेकर राहुल ट्वीट पर शायराना अंदाज में केंद्र पर सवाल खड़े करते हैं। उनके इन हमलों पर बीजेपी ने पलवार किया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल को लफ्फाजी का लॉलीपॉप बता दिया है।
नकवी ने गुरुवार को अपने बयान में कहा, राहुल गांधी लफ्फाजी का लॉलीपॉप हो गए हैं, लफ्फाजी से ज्यादा इनके पास और कुछ रह नहीं गया। रोज़ कहीं से उधार कविता लिखाकर ट्वीट कर देते हैं। राहुल ने गुरुवार को कृषि बिल पर ट्वीट करते हुए लिखा, किसानों के बाद मज़दूरों पर वार। ग़रीबों का शोषण, ‘मित्रों’ का पोषण यही है बस मोदी जी का शासन।
कृषि बिल को लेकर विपक्ष के विरोध पर नकवी ने कहा, भय और भ्रम का माहौल पैदा करके बिचौलियों की जागीरदारी को बचाने की कोशिश चल रही है। ये बिल किसानों के हित में है, ये किसानों की समस्याओं के समाधान, किसानों को बिचौलियों से मुक्ति देने वाला बिल है। इनके कहने से कोई बिल वापस नहीं होने वाला है।
राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश विधानसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार द्वारा 51 जिलों में किसानों का कर्ज माफ किए जाने की बात सामने आने के बाद बुधवार को कहा कि कांग्रेस ने जो कहा वह किया, लेकिन बीजेपी ने सिर्फ झूठे वादे किए।
गौरतलब है कि विपक्ष के भारी विरोध के बीच संसद में कृषि से सम्बंधित तीन बिलों को पास कर दिया गया है। कांग्रेस सहित सम्पूर्ण विपक्ष ने इन बिलों को किसान विरोध बता दिया है, वहीं कांग्रेस ने इसे किसानों का डेथ वारंट तक करार दिया। केंद्र की मोदी सरकार के इन बिलों के खिलाफ संसद से सड़क तक विरोध हो रहा है। 
हरियाणा और पंजाब में किसान लगातार इन बिलों के खिलाफ सड़कों पर उतरे हुए हैं। 25 सितंबर को किसानों ने पंजाब बंद का एलान किया है। किसानों ने साफ कर दिया है कि वे कृषि विधेयकों को बिल्कुल स्वीकर नहीं करेंगे।  

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