आजकल की दुनिया में लोगों ने ता बेजुबान जानवर को भी नहीं छोड़ा है। लोग जानवरों को भी मारने पर उतारू हो चुके हैं। जानवरों में शेर से लेकर हाथी हो या फिर भेडिय़ा हो सबको अपने स्वार्थ के लिए मार डालते हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें मोर जैसे सुंदर पक्षी तक को भी इस जालिम दुनिया ने नहीं छोड़ा है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का मामला है जहां पर हमारे राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या करने वाले आरापी को न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने आरोपी पर वन्य जीव जंतु संरक्षण अधिनियम 9/51 के तहत राष्ट्रीय पक्षी मोर की क्रूरता से हत्या कर दिए जाने पर चार्ज लगाया है। पुलिस ने यह चार्ज लगाने के बाद आरोपी को 12 बजे सहारनपुर एसीजीएम सेकेंड की कोर्ट में पेश किया है और वहां पर कोर्ट ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
पूरी घटना इस तरह है
यह मामला नकुड़ थाना क्षेत्र के खेड़ा अफगान का है जहां पर युवक ने सिफ इसलिए मोर की हत्या कर दी क्योंकि वह मोर उसके पड़ोसी का था और वह उसके घर के छत पर बैठा हुआ था। इस सनसनीखेज मामले के बाद हंगामा शुरू हो गया था। घंटों हंगामे चलने के बाद रात को पुलिस ने आरोपी देपेश को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया था जहां से कोर्ट ने आरोपी को जेल भेज दिया था।
मोर पालतू था, ऐसे करी मोर की हत्या
खेड़ा के अफगान के रहने वाले शमशाद ने मोर को पाल रखा था। शमशाद ने बताया था कि उसने मोर को पहले एक कुत्ते से बचाया था। उसके बाद से मोर उसने अपने पास ही रखा हुआ था। आरोपी देपेश मोर से बिल्कुल भी खुश नहीं था। मोर देपेश के घर की छत पर जा कर बैठ जाता था। देपेश को यह बिल्कुल भी पंसद नहीं आता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच पहले कई बार लड़ार्ई भी हो चुकी है।
खबरों की मुताबिक यह बताया जा रहा है कि मोर शुक्रवार को देपेश के घर की छत पर बैठ गया और गुस्से में आकर देपेश ने मोर को डंडा दे मारा जिसकी वजह से मोर की मौत हो गई। राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या के बाद हंगामा हो गया था और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
शव को पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया
पुलिस जब घटना के बाद पहुंची ता उसने मोर के शव को कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने मोर के शव का पोस्टमार्टम कराया और उसके बाद दफना दिया था। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि मोर का सिर्फ छत पर बैठने पर कोर्ई हत्या थोड़ा करता है और यह अपराध जघन्य है।
शमशाद के बच्चाें काे राे-राेकर बुरा हाल
शमशाद के बच्चाें का इस माेर से बेहद लगाव हाे गया था। माेर की माैत हाेने के बाद भी शमशाद के बच्चे इसे गाेद में लिए हुए थे आैर आंसू बहा रहे थे। पुलिस ने जब बच्चाें से माेर के शव काे पाेस्टमार्टम कराने के लिए लिया ताे वाे फफक-फफक कर राे पड़े।