पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान को लेकर उनकी आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि मोदी को अपने बयान से चीन के षड्यंत्रकारी रुख को ताकत नहीं देनी चाहिए तथा मौजूदा चुनौती का सामना करना चाहिए। जिसके जवाब में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मनमोहन सिंह की लद्दाख पर टिप्पणी सिर्फ शब्दों का खेल है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के आचरण से किसी भी भारतीय को इस तरह के बयान पर विश्वास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस है जो हमेशा हमारे सशस्त्र बलों पर सवाल उठाती है और उन्हें हतोत्साहित करती है।बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि भारत पूरी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतीयों ने सबसे अधिक मुश्किल समय में पीएम के प्रशासनिक अनुभव को देखा है, खासकर कैसे उन्होंने हमेशा देश की भलाई को हर चीज के ऊपर रखा है।
कांग्रेस पर तंज करते हुए नड्डा ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह, सही कहते हैं कि एकता का आह्वान करते हैं फिर कुछ समय में हम देखते हैं कि वास्तव में कौन एकता के वातावरण को प्रभावित कर रहा है। नड्डा ने कहा कि आशा है कि मनमोहन सिंह कम से कम अपनी पार्टी पर हावी होने में सक्षम है। बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि मनमोहन सिंह उसी पार्टी से है जो असहाय रूप से 43,000 किमी भारतीय क्षेत्र के को चीनियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया!
यूपीए के वर्षों के दौरान रणनीतिक और क्षेत्रीय आत्मसमर्पण को बिना लड़ाई के खारिज कर दिया गया था। समय और फिर से हमारी सेनाओं पर विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम चीनी डिजाइनों के बारे में चिंतित थे, जब पीएम के रूप में उन्होंने भारत की सैकड़ों वर्ग किलोमीटर भूमि को चीन को सौंप दिया था। उन्होंने 2010 से 2013 के बीच चीन द्वारा किए गए 600 से अधिक अवतरणों की अध्यक्षता की!
उन्होंने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह निश्चित रूप से कई विषयों पर अपने ज्ञान को साझा कर सकते हैं लेकिन प्रधानमंत्री के कार्यालय की जिम्मेदारियां उनमें से एक नहीं हैं। नड्डा ने कहा कि ” मनमोहन सिंह और उनकी पार्टी कृपया उनकी वीरता पर सवाल उठाते हुए हमारी सेनाओं का बार-बार अपमान करना बंद करें। आपने यह हवाई हमले और सर्जिकल स्ट्राइक किए। कृपया राष्ट्रीय एकता के सही अर्थ को समझें, विशेषकर ऐसे समय में। इसे सुधारने में अभी देर नहीं हुई।”