अतंर्राष्ट्रीय नारी हिंसा विरोध दिवस के अवसर पर बुधवार को उपराष्ट्रपति एम। वेंकैया नायडू ने विश्व को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने का आह्वान किया है।
नायडू ने को यहां जारी एक संदेश में कहा कि इस अवसर पर सभी को महिलाओं की सुरक्षा की शपथ लेनी चाहिए। उन्होंने संस्कृत की सूक्ति का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता:’’ उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान महिलाओं के विरुद्ध हिंसा सभ्य समाज के लिए कलंक है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर समाज, परिवार तथा कार्यक्षेत्र में महिलाओं की आत्रादी और प्रतिभा के सम्मान का संकल्प लेना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने जयशंकर प्रसाद की प्रसिद्ध कविता का उल्लेख किया – ‘‘ क्या कहती हो ठहरो नारी संकल्प अश्रु जल से अपने।
तुम दान कर चुकी पहले ही जीवन के सोने से सपने।
नारी तुम केवल श्रद्धा हो! विश्वास रजत नग पगतल में।