देश के थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कहा है कि भारत-पाक सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन किसी के हित में नहीं है। उन्होंने कहा, भारत पाकिस्तान के सात अच्छे संबंध चाहता है लेकिन पहले पाक को आतंकवाद का साथ छोड़ना पड़ेगा और साथ ही जम्मू-कश्मीर पर अंतराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित कराने के प्रयासों पर लगाम लगानी चाहिए। बता दें कि, जनरल नरवणे का आज सेना प्रमुख के पद पर आखिरी दिन है आज वह सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
पीएलए से मुकाबले के लिए भारतीय सेना तैयार
सेना प्रमुख नरवणे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, नियंत्रण रेखा पर जारी संघर्ष विराम से सीमा के पास रहने वाले नागरिकों को बहुत लाभ हुआ है तथा उनके जीवन में अन्य सुधार भी हुए हैं। चीन के बारे में बात करते हुए जनरल नरवणे ने बताया कि, पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की संख्या आठ हजार से बढ़कर 60 हजार हो गई है हालांकि हम भी उसी ताकत से अपनी तैनाती कर रहे हैं। उन्होंने कहा, भविष्य में पीएलए से मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है।
पीएलए से मुकाबले के लिए भारतीय सेना तैयार
सेना प्रमुख नरवणे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, नियंत्रण रेखा पर जारी संघर्ष विराम से सीमा के पास रहने वाले नागरिकों को बहुत लाभ हुआ है तथा उनके जीवन में अन्य सुधार भी हुए हैं। चीन के बारे में बात करते हुए जनरल नरवणे ने बताया कि, पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की संख्या आठ हजार से बढ़कर 60 हजार हो गई है हालांकि हम भी उसी ताकत से अपनी तैनाती कर रहे हैं। उन्होंने कहा, भविष्य में पीएलए से मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है।
पाक सेना प्रमुख ने भी भारत के साथ बातचीत का किया था आह्वान
जनरल नरवणे से पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत के साथ बातचीत का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि, पिछले एक वर्ष में नियंत्रण रेखा पर स्थिति काफी शांतिपूर्ण रही है। इसके साथ ही बाजवा ने कहा था कि, पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है। बाजवा ने यह बात पाकिस्तान में आयोजित सुरक्षा वार्ता को संबोधित करते हुए कही थी जिसमे अंतराष्ट्रीय वक्ता भी शामिल थे।
जनरल नरवणे से पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत के साथ बातचीत का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि, पिछले एक वर्ष में नियंत्रण रेखा पर स्थिति काफी शांतिपूर्ण रही है। इसके साथ ही बाजवा ने कहा था कि, पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है। बाजवा ने यह बात पाकिस्तान में आयोजित सुरक्षा वार्ता को संबोधित करते हुए कही थी जिसमे अंतराष्ट्रीय वक्ता भी शामिल थे।